जहानाबाद। बिहार राज्य साक्षरता प्रेरक समन्वयक संघ ने केंद्र सरकार द्वारा
प्रेरकों की सेवा जारी रखने के सिलसिले में निर्देश दिए जाने का स्वागत
करते हुए राज्य सरकार से समान काम का समान वेतन देते हुए सेवा नियमित किए
जाने की मांग की है।
मो. अरशद इमाम अंसारी की अध्यक्षता में रविवार को आयोजित बैठक में यह कहा गया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित साक्षर भारत कार्यक्रम 31 मार्च को समाप्त हो रहा था। केंद्रीय संयुक्त सचिव अजय सिरकी ने राज्य के 15 हजार प्रेरकों की सेवा जारी रखने का निर्देश दिया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं संयुक्त सचिव बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि यदि प्रेरकों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी तो वे लोग सड़क पर आ जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि महज दो हजार रुपये मासिक मानदेय पर प्रत्येक पंचायत में दो दो प्रेरक कार्यरत हैं। वे ऐसे लोगों को साक्षर बनाने में लगे हुए हैं जो वयस्क एवं व्यस्त हैं। उनलोगों द्वारा 15 वर्ष से अधिक उम्र के निरक्षर महिलाओं तथा पुरुषों को गणित एवं अक्षरों की जानकारी दी जा रही है। उनलोगों ने यह भी कहा कि केंद्रीय संयुक्त सचिव ने बिहार के प्रेरकों के प्रयासों की जमकर सराहना की है। उनकी टीम द्वारा कई बार केंद्रों का निरीक्षण भी किया गया और सेवा को सही करार दिया गया है। प्रेरकों ने कहा कि छह महीने के लिए सेवा अवधि बढ़ाए जाने के कारण उनलोगों में काफी उत्साह है। बैठक में नेपाली दास, अनिश कुमार, कृष्ण चौधरी,भूषण कुमार आदि प्रेरक मौजूद थे।
मो. अरशद इमाम अंसारी की अध्यक्षता में रविवार को आयोजित बैठक में यह कहा गया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित साक्षर भारत कार्यक्रम 31 मार्च को समाप्त हो रहा था। केंद्रीय संयुक्त सचिव अजय सिरकी ने राज्य के 15 हजार प्रेरकों की सेवा जारी रखने का निर्देश दिया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं संयुक्त सचिव बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि यदि प्रेरकों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी तो वे लोग सड़क पर आ जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि महज दो हजार रुपये मासिक मानदेय पर प्रत्येक पंचायत में दो दो प्रेरक कार्यरत हैं। वे ऐसे लोगों को साक्षर बनाने में लगे हुए हैं जो वयस्क एवं व्यस्त हैं। उनलोगों द्वारा 15 वर्ष से अधिक उम्र के निरक्षर महिलाओं तथा पुरुषों को गणित एवं अक्षरों की जानकारी दी जा रही है। उनलोगों ने यह भी कहा कि केंद्रीय संयुक्त सचिव ने बिहार के प्रेरकों के प्रयासों की जमकर सराहना की है। उनकी टीम द्वारा कई बार केंद्रों का निरीक्षण भी किया गया और सेवा को सही करार दिया गया है। प्रेरकों ने कहा कि छह महीने के लिए सेवा अवधि बढ़ाए जाने के कारण उनलोगों में काफी उत्साह है। बैठक में नेपाली दास, अनिश कुमार, कृष्ण चौधरी,भूषण कुमार आदि प्रेरक मौजूद थे।