खगड़िया। शिक्षक नियोजन में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा की जांच में जुटे
निगरानी टीम के सदस्य को नियोजन से संबंधित अभिलेख उपलब्ध कराने को लेकर
प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। विभागीय सूत्रों की माने तो पटना निगरानी
विभाग के सदस्य को 23 तक ही सभी प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन से संबंधित
अभिलेख उपलब्ध कराना था, परंतु निर्धारित तिथि को टीम के सदस्य खगड़िया नहीं
पहुंच सके।
अब संभावना जताई जा रही है कि 25 नवंबर तक टीम के सदस्य खगड़िया पहुंचकर सभी अभिलेखों को प्राप्त करेंगे। इधर, नियोजन से संबधित अभिलेख तैयार करने को लेकर शिक्षा स्थापना शाखा में अलग-अलग प्रखंडों का कोषांग गठित किया गया। समुचित कर्मी व शिक्षकों को कार्य पूर्ण करने की जिम्मेदारी दी गई। सोमवार को युद्धस्तर पर प्रक्रिया पूरी की गई। सभी नियोजित शिक्षकों की अलग-अलग फाइल तैयार की गई।
क्या है मामला
माननीय पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर तीन महीना पहले से निगरानी टीम जांच को लेकर सक्रिय हुई। प्रथम चरण में उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक व पुस्तकालयाध्यक्ष नियोजन के अभिलेख टीम को उपलब्ध कराए गए। अंतिम चरण में प्रारंभिक, प्रखंड, नगर शिक्षकों के अभिलेख को तैयार कर टीम को उपलब्ध कराने को लेकर प्रक्रिया पूरी की गई। बीच के दिनों में चुनाव को लेकर प्रक्रिया शिथिल पड़ गई थी। इससे फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षकों को थोड़ी राहत मिलती नजर आ रही थी। परंतु एक बार फिर टीम व विभाग की इस ओर सक्रियता से ऐसे शिक्षकों के होश उड़े हुए हैं।
कितने शिक्षकों का है अभिलेख तैयार
विभागीय सूत्रों की मानें तो 2969 प्रखंड, 1536 पंचायत व 148 नगर परिषद व नगर पंचायत शिक्षकों के अभिलेख तैयार किये गये हैं। सूत्रों की माने तो कई पंचायत नियोजन इकाई द्वारा अधूरा अभिलेख ही उपलब्ध कराए गए तो कई ने पहले ही इस्तीफा दे रखा है।
कहते हैं डीपीओ
शिक्षा स्थापना डीपीओ सुरेश साहू के अनुसार निगरानी टीम द्वारा अभिलेख प्राप्त करने की निर्धारित तिथि को अभिलेख तैयार कर दिया गया है। परंतु किसी कारणवश टीम के सदस्य नहीं आ सके। अब जिस समय टीम के सदस्य आ जाएंगे, उन्हें अभिलेख प्राप्त करा दिया जाएगा।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
अब संभावना जताई जा रही है कि 25 नवंबर तक टीम के सदस्य खगड़िया पहुंचकर सभी अभिलेखों को प्राप्त करेंगे। इधर, नियोजन से संबधित अभिलेख तैयार करने को लेकर शिक्षा स्थापना शाखा में अलग-अलग प्रखंडों का कोषांग गठित किया गया। समुचित कर्मी व शिक्षकों को कार्य पूर्ण करने की जिम्मेदारी दी गई। सोमवार को युद्धस्तर पर प्रक्रिया पूरी की गई। सभी नियोजित शिक्षकों की अलग-अलग फाइल तैयार की गई।
क्या है मामला
माननीय पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर तीन महीना पहले से निगरानी टीम जांच को लेकर सक्रिय हुई। प्रथम चरण में उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक व पुस्तकालयाध्यक्ष नियोजन के अभिलेख टीम को उपलब्ध कराए गए। अंतिम चरण में प्रारंभिक, प्रखंड, नगर शिक्षकों के अभिलेख को तैयार कर टीम को उपलब्ध कराने को लेकर प्रक्रिया पूरी की गई। बीच के दिनों में चुनाव को लेकर प्रक्रिया शिथिल पड़ गई थी। इससे फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षकों को थोड़ी राहत मिलती नजर आ रही थी। परंतु एक बार फिर टीम व विभाग की इस ओर सक्रियता से ऐसे शिक्षकों के होश उड़े हुए हैं।
कितने शिक्षकों का है अभिलेख तैयार
विभागीय सूत्रों की मानें तो 2969 प्रखंड, 1536 पंचायत व 148 नगर परिषद व नगर पंचायत शिक्षकों के अभिलेख तैयार किये गये हैं। सूत्रों की माने तो कई पंचायत नियोजन इकाई द्वारा अधूरा अभिलेख ही उपलब्ध कराए गए तो कई ने पहले ही इस्तीफा दे रखा है।
कहते हैं डीपीओ
शिक्षा स्थापना डीपीओ सुरेश साहू के अनुसार निगरानी टीम द्वारा अभिलेख प्राप्त करने की निर्धारित तिथि को अभिलेख तैयार कर दिया गया है। परंतु किसी कारणवश टीम के सदस्य नहीं आ सके। अब जिस समय टीम के सदस्य आ जाएंगे, उन्हें अभिलेख प्राप्त करा दिया जाएगा।
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