संवाद
सहयोगी, जमुई : फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षकों की अब खैर नहीं है।
विभाग के साथ-साथ निगरानी की टीम भी फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की
जांच करने में जुट गई है। प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग टीम का गठन किया
गया है जो फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच कर उसे चिन्हित करेंगे।
वर्ष 2006 से लेकर 2015 तक सूबे में साढ़े तीन लाख शिक्षकों की बहाली हुई
है जिसमें से आधे से अधिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच अभी तक नहीं
हो पाई है। जिस कारण फर्जी शिक्षक बड़े मौज से काम कर रहे हैं परंतु कोर्ट व
सरकार के निर्देश पर विभाग द्वारा इन फर्जी शिक्षकों की पहचान करने के लिए
अलग सेल भी बनाए गए हैं जिसमें फर्जी डिग्री पर बहाल शिक्षकों का पता
लगाने में आम लोगों की मदद ली जाएगी। नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर
निगरानी विभाग के एक पदाधिकारी ने बताया कि आम आदमी भी उन फर्जी शिक्षकों
के विरुद्ध दस्तावेज व सबूत विभाग को उपलब्ध करा सकता है जिसके पास से सबूत
हों। मालूम हो कि जमुई जिले में भी कई मौकों पर फर्जी शिक्षकों के बहाली
का मामला प्रकाश में आ चुका है। जमुई जिले में दर्जनों ऐसे फर्जी शिक्षकों
की बहाली हुई है जिनके टेट, एस्टेट, प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र तथा अन्य
प्रमाण पत्र या तो फर्जी हैं या मान्यता प्राप्त संस्थानों के नहीं है। इसी
मामले को लेकर पिछले महीने दर्जनों अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा भवन के
समक्ष इन फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के जांच की मांग करते हुए धरना
दिया था। बाद में विभाग द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि जांच के बाद
ही इन अभ्यर्थियों की बहाली की जाएगी। ऐसे में निगरानी विभाग द्वारा फर्जी
शिक्षकों की जांच किए जाने से अब यह आस बंधी है कि गलत प्रमाण पत्र पर
बहाल फर्जी शिक्षकों की पहचान हो सकेगी और उन्हें सेवा कार्य से हटाया जा
सकेगा।
90 फर्जी पर एफआइआर का आदेश
जमुई : टेट और एस्टेट की परीक्षा के बाद नियोजित शिक्षकों की बहाली के दौरान अब तक 220 फर्जी शिक्षकों की पहचान शिक्षा विभाग द्वारा की जा चुकी है जिसमें से 90 शिक्षकों के टेट व एस्टेट के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। जिलाधिकारी शशिकांत तिवारी द्वारा इन 90 फर्जी शिक्षकों पर एफआइआर करने का आदेश संबंधित नियोजन इकाई को दिया गया है। जिसमें से अलीगंज प्रखंड के 21, नगर परिषद जमुई के 2 व सिकन्दरा प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा 3 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। जबकि अन्य नियोजन इकाईयों द्वारा अब तक इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
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संवाद सहयोगी, जमुई : फर्जी प्रमाण पत्रों पर बहाल शिक्षकों की अब खैर नहीं है। विभाग के साथ-साथ निगरानी की टीम भी फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच करने में जुट गई है। प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग टीम का गठन किया गया है जो फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच कर उसे चिन्हित करेंगे। वर्ष 2006 से लेकर 2015 तक सूबे में साढ़े तीन लाख शिक्षकों की बहाली हुई है जिसमें से आधे से अधिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच अभी तक नहीं हो पाई है। 90 फर्जी पर एफआइआर का आदेश
जमुई : टेट और एस्टेट की परीक्षा के बाद नियोजित शिक्षकों की बहाली के दौरान अब तक 220 फर्जी शिक्षकों की पहचान शिक्षा विभाग द्वारा की जा चुकी है जिसमें से 90 शिक्षकों के टेट व एस्टेट के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। जिलाधिकारी शशिकांत तिवारी द्वारा इन 90 फर्जी शिक्षकों पर एफआइआर करने का आदेश संबंधित नियोजन इकाई को दिया गया है। जिसमें से अलीगंज प्रखंड के 21, नगर परिषद जमुई के 2 व सिकन्दरा प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा 3 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। जबकि अन्य नियोजन इकाईयों द्वारा अब तक इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
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जिस कारण फर्जी शिक्षक बड़े मौज से काम कर रहे हैं परंतु कोर्ट व सरकार के निर्देश पर विभाग द्वारा इन फर्जी शिक्षकों की पहचान करने के लिए अलग सेल भी बनाए गए हैं जिसमें फर्जी डिग्री पर बहाल शिक्षकों का पता लगाने में आम लोगों की मदद ली जाएगी। नाम नहीं छापे जाने की शर्त पर निगरानी विभाग के एक पदाधिकारी ने बताया कि आम आदमी भी उन फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध दस्तावेज व सबूत विभाग को उपलब्ध करा सकता है जिसके पास से सबूत हों। मालूम हो कि जमुई जिले में भी कई मौकों पर फर्जी शिक्षकों के बहाली का मामला प्रकाश में आ चुका है। जमुई जिले में दर्जनों ऐसे फर्जी शिक्षकों की बहाली हुई है जिनके टेट, एस्टेट, प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र तथा अन्य प्रमाण पत्र या तो फर्जी हैं या मान्यता प्राप्त संस्थानों के नहीं है। इसी मामले को लेकर पिछले महीने दर्जनों अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा भवन के समक्ष इन फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के जांच की मांग करते हुए धरना दिया था। बाद में विभाग द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि जांच के बाद ही इन अभ्यर्थियों की बहाली की जाएगी। ऐसे में निगरानी विभाग द्वारा फर्जी शिक्षकों की जांच किए जाने से अब यह आस बंधी है कि गलत प्रमाण पत्र पर बहाल फर्जी शिक्षकों की पहचान हो सकेगी और उन्हें सेवा कार्य से हटाया जा सकेगा।
90 फर्जी पर एफआइआर का आदेश
जमुई : टेट और एस्टेट की परीक्षा के बाद नियोजित शिक्षकों की बहाली के दौरान अब तक 220 फर्जी शिक्षकों की पहचान शिक्षा विभाग द्वारा की जा चुकी है जिसमें से 90 शिक्षकों के टेट व एस्टेट के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। जिलाधिकारी शशिकांत तिवारी द्वारा इन 90 फर्जी शिक्षकों पर एफआइआर करने का आदेश संबंधित नियोजन इकाई को दिया गया है। जिसमें से अलीगंज प्रखंड के 21, नगर परिषद जमुई के 2 व सिकन्दरा प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा 3 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। जबकि अन्य नियोजन इकाईयों द्वारा अब तक इस ओर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
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