टीचरट्रेनिंग
कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति में अभ्यर्थियों को अधिकतम उम्र में चार
साल का ग्रेस दिया जाएगा। शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर सामान्य प्रशासन
विभाग सहमत हो गया है। सामान्य प्रशासन विभाग से जल्द ही सहमति पत्र मिलने
की संभावना है।
इसके बाद शिक्षा विभाग टीचर ट्रेंनिग कॉलेजों में शिक्षक नियुक्ति का प्रस्ताव बिहार लोक सेवा आयोग को भेजेगा। बीपीएससी के माध्यम से ही 1016 पदों पर टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों के शिक्षकों की नियुक्ति होनी है।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 18 सालों से टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। इस कारण नियुक्ति में अधिकतम उम्र में ग्रेस देने का प्रस्ताव दिया गया था। विचार-विमर्श के बाद चार साल का ग्रेस देने पस सहमति बनी। अर्थात्, राज्य सरकार द्वारा सरकारी नौकरियों के लिए जातिवार निर्धारित अधिकतम उम्र में चार साल को ग्रेस अभ्यर्थियों को मिलेगा। वर्तमान में विभिन्न स्कूलों के 250 से अधिक शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति ट्रेनिंग कॉलेजों में की गई है। स्थाई शिक्षकों की संख्या मात्र नौ है। राज्य में अभी 56 टीचर ट्रेनिंग कॉलेज संचालित हैं, जिनमें 4 बीएड कॉलेज हैं। शेष में दो वर्षीय कोर्स संचालित हैं।
50 फीसदी सीटों पर नियोजित शिक्षकों को मौका
एमए,एमएड डिग्रीधारी ही टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में शिक्षक बनने के योग्य होंगे। एमएड डिग्रीधारी जो किसी स्कूल में नियोजित शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, उनके लिए इस नियुक्ति में 50 फीसदी पद आरक्षित किए गए हैं।
इसके बाद शिक्षा विभाग टीचर ट्रेंनिग कॉलेजों में शिक्षक नियुक्ति का प्रस्ताव बिहार लोक सेवा आयोग को भेजेगा। बीपीएससी के माध्यम से ही 1016 पदों पर टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों के शिक्षकों की नियुक्ति होनी है।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 18 सालों से टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। इस कारण नियुक्ति में अधिकतम उम्र में ग्रेस देने का प्रस्ताव दिया गया था। विचार-विमर्श के बाद चार साल का ग्रेस देने पस सहमति बनी। अर्थात्, राज्य सरकार द्वारा सरकारी नौकरियों के लिए जातिवार निर्धारित अधिकतम उम्र में चार साल को ग्रेस अभ्यर्थियों को मिलेगा। वर्तमान में विभिन्न स्कूलों के 250 से अधिक शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति ट्रेनिंग कॉलेजों में की गई है। स्थाई शिक्षकों की संख्या मात्र नौ है। राज्य में अभी 56 टीचर ट्रेनिंग कॉलेज संचालित हैं, जिनमें 4 बीएड कॉलेज हैं। शेष में दो वर्षीय कोर्स संचालित हैं।
50 फीसदी सीटों पर नियोजित शिक्षकों को मौका
एमए,एमएड डिग्रीधारी ही टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में शिक्षक बनने के योग्य होंगे। एमएड डिग्रीधारी जो किसी स्कूल में नियोजित शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं, उनके लिए इस नियुक्ति में 50 फीसदी पद आरक्षित किए गए हैं।