बिहार के सभी नियोजित शिक्षकों को एक साथ वेतनमान की मांग को लेकर जब बिहार
की शिक्षकाओं ने संभाली आंदोलन की कमान तो शिक्षा मंत्री पी के शाही डर
के मारे,आंदोलन को कमजोर करने के
लिए,सोची-समझी रणनीति के तहत वेतन दुगुनी करने की बात करने लगे।
दोस्तों जरा सोचिए जब आपके अंगराई मात्र से बिहार सरकार की नींद उरी हुई हैं तो आपके जागने से क्या होगा।वक्त का तकाजा हैं कि हम सभी नियोजित शिक्षक पुरी ताकत और निष्ठा के साथ वेतनमान की इस लड़ाई में कूद कर अपना हक हासिल करें।हमारी लड़ाई निर्णायक मोड़ पर हैं मसलन हमें पुरी शक्ति लगाना होगा।इस बार अगर चूके तो जिन्दगी भर पश्चाताना पड़ेगा।इसलिए दोस्तों उठो,जागो और आंदोलन की डगर पकड़ो।अपने लिए न सही उन मासूम बच्चों के लिए जो आने वाले दिनों में स्वर्णिम बिहार के निर्माण में बराबर का भागीदार होगा।अब किया है,थोरी सी डगर बाकी हैं।मंजिल का झिलमिलाता हुआ प्रकाश भी तो दिख रहा है।थोरा सा चलना है,बस एक पहर बाकी हैं उसके पार कर लो फिर किया है।



दोस्तों जरा सोचिए जब आपके अंगराई मात्र से बिहार सरकार की नींद उरी हुई हैं तो आपके जागने से क्या होगा।वक्त का तकाजा हैं कि हम सभी नियोजित शिक्षक पुरी ताकत और निष्ठा के साथ वेतनमान की इस लड़ाई में कूद कर अपना हक हासिल करें।हमारी लड़ाई निर्णायक मोड़ पर हैं मसलन हमें पुरी शक्ति लगाना होगा।इस बार अगर चूके तो जिन्दगी भर पश्चाताना पड़ेगा।इसलिए दोस्तों उठो,जागो और आंदोलन की डगर पकड़ो।अपने लिए न सही उन मासूम बच्चों के लिए जो आने वाले दिनों में स्वर्णिम बिहार के निर्माण में बराबर का भागीदार होगा।अब किया है,थोरी सी डगर बाकी हैं।मंजिल का झिलमिलाता हुआ प्रकाश भी तो दिख रहा है।थोरा सा चलना है,बस एक पहर बाकी हैं उसके पार कर लो फिर किया है।


