बिहार में विपक्षी खैमे में बैठी भारतीय जनता पार्टी शिक्षकों के मुद्दे को लेकर बिहार सरकार को घेरने की तैयारी में है।
अररिया से भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने बिहार सरकार की जमकर आलोचना करते हुए राज्य सरकार की शिक्षक नियुक्ति नीतियों के विरुद्ध सड़क से सदन तक आंदोलन करने का एलान कर दिया।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन इसके विपरीत जो अभ्यर्थी अपने हक को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है, ऐसा करना सरासर गलत है और यह महागठबंधन के जंगलराज को दर्शाता है।13 जुलाई को विधानसभा तक मार्च करेगी भाजपा
“महागठबंधन की जो सरकार बनी है, उसने लंबे लंबे वादे किए थे। एक तरफ व्याप्त भ्रष्टाचार है, दूसरी तरफ शिक्षक अभ्यर्थियों को रोज़ नयी नयी बात कह कर दिग्भ्रमित करते हैं। इन सारे मुद्दों पर अब भारतीय जनता पार्टी चुप नहीं बैठेगी। शिक्षक हित में और भ्रष्टाचार के विरोध में 13 जुलाई को पूरे प्रदेश से भाजपा कार्यकर्त्ता जाएंगे और सरकार, जो निकम्मी है, जनता के सामने उसको उजागर करेंगे। राज्य सरकार शिक्षकों के साथ जो जुल्म करती है, वो बंद करे नहीं तो गद्दी छोड़े,” प्रदीप कुमार सिंह ने कहा।
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि 13 जुलाई को पटना के ऐतिहासिक गाँधी मैदान में राज्य भर से भाजपा कार्यकर्ता जमा होंगे और विधानसभा तक मार्च करेंगे। उन्होंने आगे कहा, “इनके शिक्षा मंत्री कहते हैं कि बाहर से शिक्षक लाएंगे, तो बिहार में शिक्षक नहीं हैं क्या? बिहार में पढ़े लिखे लोग नहीं हैं क्या? बिहार के शिक्षकों को सरकार लगातार नौ महीने से प्रताड़ित कर रही है। जब शिक्षक लोकतंत्र के अधिकार के तहत धरना प्रदर्शन करने जाते हैं तो उनपर लाठियां बरसाई जाती हैं। आप नौकरी नहीं दे रहे हो, मगर लाठियां बरसा रहे हो।”
अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने सरकारी अधिकारियों को भ्रष्टाचारी और सरकारी राशि को लूटने वाला बताया और कहा कि बिहार सरकार द्वारा शिक्षकों के साथ अत्याचार करने पर अब भाजपा चुप नहीं बैठेगी, बल्कि सरकार के विरुद्ध ज़ोरदार आंदोलन करेगी।