पटना : शिक्षक
ने उत्तरपुस्तिका उठायी और बिना उत्तर देखे ही, ऊपर के पृष्ठ पर एक अंक
बैठा दिया और अपनी जिम्मेवारी पूरी कर ली. छात्र फेल कर गया. स्क्रूटनी के
लिए आवेदन दिया. अब जब छात्र की उत्तरपुस्तिका दूसरे शिक्षक के सामने आयी,
तो पता चला कि छात्र के सोशल साइंस के उत्तरपुस्तिका की जांच ही नहीं हो
पायी थी. इसके बाद शिक्षक ने सारे प्रश्नों को देखा और उसे 28 अंक दिये.
मामला मैट्रिक के स्क्रूटनी का है. मैट्रिक के स्क्रूटनी में कई ऐसे
उत्तरपुस्तिका निकल कर आ रहे हैं, जिसमें अंदर जांचे बिना ही मनमाने ढंग से
अंक दे दिया गया है. ज्ञात हो कि मैट्रिक के स्क्रूटनी का काम सेंट्रलाइज
किया गया है. समिति कार्यालय में स्क्रूटनी का काम चल रहा है. प्रथम व
द्वितीय पाली के लिए अलग-अलग स्क्रूटनी का काम किया जा रहा है.
मैट्रिक के स्क्रूटनी का काम
काफी तेज गति में चल रहा है. पांच दिनों में स्क्रूटनी का काम संपन्न
हो जायेगा. स्क्रूटनी में प्रदेश से 240 शिक्षकों को लगाया गया है. प्रथम
पाली में 130 और द्वितीय पाली में 110 शिक्षक स्क्रूटनी का काम कर रहे है.
ज्ञात हो कि मैट्रिक के लिए एक लाख 44 हजार उत्तरपुस्तिका की स्क्रूटनी
होनी है. इसमें अब तक 60 फीसदी स्क्रूटनी कर लिया गया है.
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC