शिक्षकों के मसले पर उठे थे सुमो पर सवाल
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा है कि सरकार में रहने के दौरान वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहे अनुसार ही बयान देते थे। उनके बयान में उनका मत नहीं होता था।मोदी ने यह बात तब स्वीकारी जब वह बिहार में भाजपा की सरकार बनने पर शिक्षकों को नया वेतनमान देने की घोषणा कर रहे थे। शनिवार को पार्टी कार्यालय में सुशील मोदी ने भाजपा की सरकार बनने पर नियोजित शिक्षकों को नए वेतनमान के तहत वेतन में कम से कम 20 फीसदी के इजाफे का वादा किया।
मोदी की इस घोषणा के तत्काल बाद पत्रकारों ने उनसे शिक्षकों के वेतनमान पर उनका पुराना बयान याद दिलाया। इस पर मोदी ने कहा कि उस वक्त भी वह वेतनमान के खिलाफ नहीं थे, लेकिन नीतीश कुमार के कहने पर उन्हें यह बयान देना पड़ा।
नीतीश सरकार में वित्त मंत्री रहने के दौरान मोदी ने कहा था कि शिक्षकों को भगवान भी वेतनमान नहीं दे सकता है। पिछले दिनों नीतीश कैबिनेट ने शिक्षकों को वेतनमान देकर बिहार में राजनीतिक बढ़त बनाने में कामयाबी पाई थी।
उन्होंने कहा कि नीतीश ने वेतनमान तो दिया है, लेकिन शिक्षकों के लिए पेंशन योजना अब तक लागू नहीं की है। उन्होंने उनकी सरकार शिक्षकों के लिए पेंशन योजना को लागू करेगी।
उन्होंने कहा कि नीतीश ने वेतनमान तो दिया है, लेकिन शिक्षकों के लिए पेंशन योजना अब तक लागू नहीं की है। उन्होंने उनकी सरकार शिक्षकों के लिए पेंशन योजना को लागू करेगी।
एंड्रॉएड ऐप पर अमर उजाला पढ़ने के लिए क्लिक करें. अपने फ़ेसबुक पर अमर उजाला की ख़बरें पढ़ना हो तो यहाँ क्लिक करें.