न्यूज़ डेस्क : आखिरकार बिहार के शिक्षा मंत्री ने भी माना की बिहार में शिक्षा का स्तर सही नही है. मंत्री ने एक एनजीओ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इसने सरकारी स्कूलों में खराब शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर निचले स्तर पर एक व्यापक सर्वेक्षण किया था.
जिसके अनुसार बिहार के सरकारी स्कूल में शिक्षा का स्तर सही नही पाया गया है.
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में जो बच्चे पांचवीं क्लास में पढ़ते हैं वो तीसरी क्लास के भी मैथ का सवाल नही बना पाते हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार में 88 % बच्चे सरकारी स्कूल में ही पढ़ते हैं जबकि मात्र 12% बच्चे प्राइवेट स्कूल में. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता वाली शिक्षा मुहैया कराने के लिए ढांचागत सुविधाओं में सुधार करने सहित कई पहल की है.
जिसके अनुसार बिहार के सरकारी स्कूल में शिक्षा का स्तर सही नही पाया गया है.
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल में जो बच्चे पांचवीं क्लास में पढ़ते हैं वो तीसरी क्लास के भी मैथ का सवाल नही बना पाते हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बिहार में 88 % बच्चे सरकारी स्कूल में ही पढ़ते हैं जबकि मात्र 12% बच्चे प्राइवेट स्कूल में. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता वाली शिक्षा मुहैया कराने के लिए ढांचागत सुविधाओं में सुधार करने सहित कई पहल की है.