कटेया/गोपालगंज :यूं तो शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारनामे बराबर सुनने को मिलता ही रहता है… लेकिन शिक्षा विभाग के डीपीओ ने तो एक अलग ही कारनामा कर दिखा दिया. जिसको लेकर कटेया प्रखंड के शिक्षको में डीपीओ के प्रति काफी रोष है.बता दें कि रविवार, दीपावली, छठ पूजा के अवकाश के दौरान बंद
विद्यालयों के निरीक्षण की रिपोर्ट जीविका दीदीयों द्वारा सौंपने के बाद डीपीओ स्थापनासंजय कुमार द्वारा कटेया प्रखंड के चार विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन अगले आदेश तक स्थगित करने का आदेश निर्गत किया है. सनद रहें की बिहार सरकार ने गाँव की स्कूलों की जांच करने तथा मद्य निषेध के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए जीविका दीदीयों का गठन किया गया है, लेकिन कटेया प्रखंड में जीविका दीदीयों ने बिहार सरकार द्वारा दिये गये अवकाश के दिन राजकीय मध्य विद्यालय धरहरा मेला की जांच रविवार 11 सितम्बर 2016 को कर विभाग को रिपोर्ट भेजी डाली. वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रसिद्धनाथ की जाँच 11 अक्टूबर 2016 को की गयी तथा बनियाछापर प्राथमिक विद्यालय और नवसृजित प्राथमिक विद्यालय की जाँच 8 नवम्बर को की गयी. जबकिधरहरा मेला के जाँच के दिन 11 सितम्बर 2016 से 13 तक बकरीद की छुट्टी थी. जबकि 11 अक्टूबर 2016 को किये गये प्रसिद्धनाथ विद्यालय की जांच गई.जिस दिन 1 अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक 10 दिनों की छुट्टी थी. वहीं 8 नवम्बर को हुए दो विद्यालयों के जाँच के दिन दीपावली, चित्रगुप्त पूजा और छठ व्रत की छुट्टी 29 अक्टूबर से 8 नवम्बर तक थी जीविका दीदीयो द्वारा लगातार एक बाद एक जाँच कर प्रतिवेदन भी सौप दिया गया लेकिन छुटियों का ख्याल नही रखा गया. जब बिओ और ड़ीपीओ ने अवकास का ध्यान नही रखा तो भला जीविका दीदीया क्यों रखती, छुट्टी और अवकाश में भी जीविका दीदीयों ने जाँच कर बीईओ को रिपोर्ट सौंपीऔर बीईओ से डीपीओ तक मामला पहुँच गया लेकिन कार्रवाईकरते वक्त भी डीपीओ का ध्यान इन छुट्टीयों पर नहीं गया और उन्होंने वेतन स्थगित का आदेश निकल दिया.
विद्यालयों के निरीक्षण की रिपोर्ट जीविका दीदीयों द्वारा सौंपने के बाद डीपीओ स्थापनासंजय कुमार द्वारा कटेया प्रखंड के चार विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन अगले आदेश तक स्थगित करने का आदेश निर्गत किया है. सनद रहें की बिहार सरकार ने गाँव की स्कूलों की जांच करने तथा मद्य निषेध के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए जीविका दीदीयों का गठन किया गया है, लेकिन कटेया प्रखंड में जीविका दीदीयों ने बिहार सरकार द्वारा दिये गये अवकाश के दिन राजकीय मध्य विद्यालय धरहरा मेला की जांच रविवार 11 सितम्बर 2016 को कर विभाग को रिपोर्ट भेजी डाली. वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रसिद्धनाथ की जाँच 11 अक्टूबर 2016 को की गयी तथा बनियाछापर प्राथमिक विद्यालय और नवसृजित प्राथमिक विद्यालय की जाँच 8 नवम्बर को की गयी. जबकिधरहरा मेला के जाँच के दिन 11 सितम्बर 2016 से 13 तक बकरीद की छुट्टी थी. जबकि 11 अक्टूबर 2016 को किये गये प्रसिद्धनाथ विद्यालय की जांच गई.जिस दिन 1 अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर तक 10 दिनों की छुट्टी थी. वहीं 8 नवम्बर को हुए दो विद्यालयों के जाँच के दिन दीपावली, चित्रगुप्त पूजा और छठ व्रत की छुट्टी 29 अक्टूबर से 8 नवम्बर तक थी जीविका दीदीयो द्वारा लगातार एक बाद एक जाँच कर प्रतिवेदन भी सौप दिया गया लेकिन छुटियों का ख्याल नही रखा गया. जब बिओ और ड़ीपीओ ने अवकास का ध्यान नही रखा तो भला जीविका दीदीया क्यों रखती, छुट्टी और अवकाश में भी जीविका दीदीयों ने जाँच कर बीईओ को रिपोर्ट सौंपीऔर बीईओ से डीपीओ तक मामला पहुँच गया लेकिन कार्रवाईकरते वक्त भी डीपीओ का ध्यान इन छुट्टीयों पर नहीं गया और उन्होंने वेतन स्थगित का आदेश निकल दिया.