संवाद सहयोगी, महुआ : हाईकोर्ट के निर्देश के आलोक में नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच निगरानी विभाग से कराये जाने को लेकर गलत ढंग से नियुक्त शिक्षकों की होश उड़ गयी है। वहीं शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के लिए भेजे गए प्रोफार्मा में बदलाव किये जाने से शिक्षक परेशान हैं।
जानकारी के अनुसार उच्च न्यायालय के निर्देश पर निगरानी विभाग द्वारा नियोजित प्रखंड एवं पंचायत शिक्षकों के नियोजन से संबंधित सभी तरह के प्रमाण पत्रों की मांग की गयी है। इसके लिए विभाग द्वारा शिक्षकों को प्रोफार्मा उपलब्ध कराया गया है जिसमें अब तक चार बार बदलाव हो चुका है।
विभाग द्वारा सही प्रोफार्मा शिक्षकों को उपलब्ध नहीं कराये जाने को लेकर शिक्षक पेशोपेश में हैं। वहीं नियोजन के समय धन, बल एवं पैरवी के सहारे मेधा सूची में बदलाव कर शिक्षक बनने वाले शिक्षकों के चेहरे की हवाइयां उड़ी हुई है। सूत्रों के अनुसार महुआ में ऐसे दर्जनों शिक्षक हैं जिनका नियोजन मेधा सूची में उलट-फेर करके किया गया है। वहीं टीईटी के प्रमाण पत्र में भी बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है। पूर्व में भी महुआ में फर्जी तरीके से नियुक्त करीब आधे दर्जन शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गयी थी इसके बावजूद अभी भी दर्जनों शिक्षक विभिन्न विद्यालय में कार्यरत हैं। अब जांच के बाद ही पता चलेगा कि कितने शिक्षक सही और कितने फर्जी हैं?सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details