नई शिक्षा नियमावली में हुए संशोधन के खिलाफ शिक्षक अभ्यर्थियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। वहीं, पुलिस की भी इन प्रदर्शनकारियों पर पूरी नजर है। मानसून सत्र के दौरान एक ओर शिक्षक अभ्यर्थी बिहार सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। अभ्यर्थी कल रात से ही पटना में जुट रहे थे। शिक्षक अभ्यर्थियों को सरकार की ओर से बनाए गए नए नियम मंजूर नहीं है।
11 जुलाई को विधानसभा घेराव के बाद 12 जुलाई को शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों का उनके आवास पर घेराव करेंगे। इन शिक्षकों को BJP समेत कई पार्टियों का साथ भी मिल गया है।
यही वजह है कि भाजपा 13 जुलाई को विधानसभा मार्च करने वाली है, जिसमे लाखों लोग सड़कों पर उतर कर बिहार सरकार का विरोध करेंगे। भाजपा ने 13 जुलाई को होने वाले मार्च के लिए जागरुकता रथ भी प्रदेश पार्टी कार्यालय से रवाना किया है।
जानकारी के अनुसार, बिहार विधानसभा मानसून सत्र के दौरान शिक्षक अभ्यर्थी नई शिक्षक नियमावली और डोमिसाइल नीति साथियों साथ नियोजित शिक्षक को राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर आज विधानसभा का घेराव करने वाले हैं। ऐसे में पटना बिहार पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। पटना पुलिस ने शिक्षक संघ के नेता को हाउस अरेस्ट कर लिया है।
डोमिसाइल नीति को वापस लेने के लिए भी सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है। जो शिक्षक अभ्यर्थियों को मंजूर नहीं है। इस नियमावली के मुताबिक पूर्व से नियोजित शिक्षकों को भी बीपीएससी की ओर से ली जाने वाली परीक्षा में शामिल होना होगा।
CTET और BTET को नए नियमावली के तहत BPSC की परीक्षा देनी होगी। इसके बाद वह राज्यकर्मी बन सकते हैं। इसके अलावा शिक्षक अभ्यर्थियों की ओर से वेतन बढ़ाने और बिना किसी परीक्षा के राज्यकर्मी का दर्जे की मांग कर रहे हैं।
इसको लेकर अभ्यर्थी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए है। इसको लेकर पुलिस ने कई जगहों पर बैरिकेडिंग की है। कई जगहों पर कैंडिडेट्स की गिरफ्तारी भी की गई है।
धरना से पूर्व ही शिक्षक नेता आनंद कौशल को हाउस अरेस्ट कर लिया है। वहीं शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर एक नेता के आवास के बाहर धरना देना शुरू कर दिया है। शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि महागठबंधन की सरकार ने हमसे जो वादा किया था, वह वादा से आज वह मुकर रही है। इसलिए हम लोग अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं, बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष मोर्चा के राज्यव्यापी आह्वान पर बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग पर बिहार के सभी जिले से शिक्षक पटना पहुंच गए हैं और आज ये लोग विधानसभा के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे।
इधर, कई अभ्यर्थी एक नेताजी के सरकारी आवास पर रुके हुए थे। अभ्यर्थियों को रुकने के लिए आवास के अंदर टेंट शामियाने की व्यवस्था की गई थी। गर्मी से राहत के लिए पंखा लगाया गया था।
इसके बाद आज सुबह अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए है। अभ्यर्थी विधायकों का आवास घेराव करने के साथ-साथ विधानसभा घेराव करने की तैयारी में हैं। इस मार्च में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। गर्दनीबाग धरनास्थल से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का जुटान हुआ है।