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इस शिक्षक का कारनामा सुनकर आप भी हो जायेंगे शर्मिंदा

अल्मोड़ा। शिक्षक समाज का निर्माण करते हैं, बच्चों को अच्छे-बुरे की सीख देते हैं। लेकिन, यहां एक शिक्षक ने ऐसा कुकृत्य किया, जिससे समाज शर्मसार हो गया। भनोली तहसील के अंतर्गत हाईस्कूल में तैनात शिक्षक ने गांव की ही एक युवती को पहले तो

वेतन मिलने से शिक्षकों में हर्ष

समस्तीपुर। वेतनमान की पहली राशि मिलने के साथ ही शिक्षकों के चेहरे खिल उठे। जहां लोग पर्व पूर्व वेतन मिलने की वाट जोह ही रहे थे इसी बीच मोबाइल से निकली टूनटून की घंटी ने शिक्षकों के लिए हर्ष का सौगात लेकर पहुंच गया।

वेतन निर्धारण में खुल रहा शिक्षक नियोजन का फर्जीवाड़ा

मुजफ्फरपुर. शिक्षक नियोजन में हुए फर्जीवाड़े का राज वेतन निर्धारण में खुल रहा है. वैसे तो केवल पारू प्रखंड के 35 शिक्षकों के टीइटी रिजल्ट पर संदेह जताते हुए बीइओ ने जांच की संस्तुति की है, लेकिन जानकारों का कहना है कि एेसे शिक्षकों की संख्या जिले के अन्य प्रखंडों में भी है. वेतन निर्धारण के लिए प्रखंड स्तर से भेजे गये प्रपत्रों की प्रथम दृष्टया जांच में ही दर्जनों शिक्षकों का वेतन निर्धारण प्रपत्र तैयार नहीं किया गया है. 

शिक्षकों के घर छठ में भी नहीं दिखेगी रौनक

सहरसा। सरकार ने नियोजित शिक्षकों को दशहरा से पूर्व वेतन देने की घोषणा की। दशहरा में वेतन की आस पूरी नहीं हुई। अधिकांश शिक्षकों की दीपावली वेतन मिलने के कारण मजेदार रही। लेकिन नवहट्टा प्रखंड के कई प्रखंड एवं पंचायत शिक्षकों वेतन पाने से वंचित है। समय पर सेवा पुस्तिका जमा करने के बाद भी इनके कसूर का पता नहीं चलता। विभाग ने उनके छठ का भी ख्याल नहीं रखा है।

हाइस्कूल के 340 शिक्षकों का वेतन निर्धारण लटका

मुजफ्फरपुर : सरकार की सख्ती व विभाग की तत्परता के बाद भी जिले में हाइस्कूल के 340 शिक्षकों का वेतन निर्धारण लटकता दिख रहा है. बार-बार निर्देश के बावजूद स्कूल प्रभारी इन शिक्षकों का वेतन निर्धारण प्रपत्र नहीं दे सके. हाइस्कूल में 1400 शिक्षक नियोजित हैं. राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यालय में बने वेतन निर्धारण कोषांग में रविवार तक केवल 1060 शिक्षकों का वेतन निर्धारण प्रपत्र जमा किया जा सका था.

फर्जी शिक्षकों पर उचित कार्रवाई हो

नालंदा । फर्जी डिग्रीधारी शिक्षकों एवं पुस्तकालध्यक्षों पर नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाये, वहीं जायज व वैद्य शिक्षकों एवं पुस्तकालयध्यक्षों के नाम क्लीन चीट भी जारी किया जाए, ताकि भविष्य में शिक्षकों की वैद्यता पर किसी प्रकार की सवालिया निशान न खड़ा हो। उक्त बातें नवनियुक्त माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीत कुमार शर्मा ने बयान जारी कर कही।

शिक्षकों का फर्जीवाड़ा, डिग्री ही नहीं संस्थान भी हैं फर्जी

पटना। राजधानी में नियोजित शिक्षकों की जांच में बड़ी संख्या में फर्जीवाड़ा पाया गया है। इस क्रम में शिक्षकों की डिग्री ही नहीं संस्थान भी फर्जी निकल रहे हैं। एक दर्जन से अधिक ऐसे शिक्षकों के मामले उजागर हुए हैं, जिन्होंने ऐसे संस्थान से डिग्री ली जिनका कोई अता-पता नहीं है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ऐसे शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी में है।

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