पूर्णिया। जीविका
दीदी के निरीक्षण के दौरान स्कूल से गायब एवं अन्य अनियमितता को लेकर
बायसी के छह प्रखंड शिक्षक, पांच पंचायत शिक्षक व आठ नियमित शिक्षक पर
निलंबन की गाज गिरी है।
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शिक्षक नियुक्ति को कार्यक्रम जारी
भोजपुर। जिले के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षक के नियोजन को लेकर सरकार ने प्रोग्राम व गाइड लाइन जारी कर दिया है।
किस स्तर पर दबा था प्रोन्नति का मामला, होगी जांच
सिवान। जिले के नौ हाईस्कूलों में सहायक शिक्षक से प्रधानाध्यापक बनने
वाले शिक्षकों के प्रोन्नति रद होने के बाद विभाग ने इस मामले की जांच कर
तह तक जाने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
शिक्षकों के वेतन भुगतान के प्रति डीईओ संवेदनहीन
सिवान। निराला नगर स्थित जगदीश शिक्षक सेवा सदन संघ कार्यालय में रविवार को
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक वरीय उपाध्यक्ष पंचानंद मिश्र की
अध्यक्षता में हुई । बैठक में प्रधान सचिव रामप्रवेश ¨सह ने शिक्षकों को
संबोधित करते हुए बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी जो पूर्व में स्वयं
शिक्षक रह चुके हैं शिक्षकों के प्रोन्नति एवं बकाया भुगतान के प्रति
संवेदनहीन है।
अनुपस्थित शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश
समस्तीपुर। बीडीओ अभिजीत चौधरी ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय गंगसारा में
शनिवार को आयोजित संकुल स्तरीय एक दिवसीय ¨चतन कार्यशाला का औचक निरीक्षण
किया। निरीक्षण के दौरान कार्यशाला में मात्र 23 शिक्षक ही उपस्थित मिले।
जबकि 13 शिक्षक बिना सूचना कार्यशाला से अनुपस्थित मिले।
आठ नवनियुक्त शिक्षकों ने पुन: स्पष्टीकरण का सौंपा जवाब
संदर्भ : शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा
जवाब के बाद विभागीय पदाधिकारी पर टिकी नजर
नवनियुक्त शिक्षकों ने मानसिक, सामाजिक एवं आर्थिक पीड़ा दूर करने की गुहार लगायी
कैमूर में 13 शिक्षक बर्खास्त, बिना सूचना स्कूल से गायब होने का आरोप
कैमूर : जिले में शिक्षकों की मनमानी पर रोक लगाने के
लिये शिक्षा विभाग ने कठोर कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. इसी क्रम में
जिले के दुर्गावती प्रखंड के 13 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक यह कार्रवाई जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा की गयी है.
टीईटी स्कैम: 335 फर्जी शिक्षक गिरफ्तार, 7 प्रखंडों की नहीं आई जांच रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर।
जिले में टीईटी शिक्षकों की बहाली में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर
हुआ है। जिसमें फर्जी टीईटी प्रमाण-पत्र पर बहाल हुए कुल 335 ऐसे फर्जी
शिक्षकों को शिक्षा विभाग की शुरूआती जांच में पकड़ा गया है। दरअसल ये
आंकड़े जिले के 16 प्रखंडों के नौ प्रखंडों के है।
प्राइमरी और मिडल स्कूलों में भी होगी टीचर्स-पैरेंट्स मीट
बच्चों की शिक्षा में सुधार के लिए प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में
जनवरी महीने से पैरेंट्स मीटिंग होगी। इसमें उन बच्चों के माता-पिता से
विशेष तौर पर बात की जाएगी जिनके नंबर आठवीं की अर्धवार्षिक परीक्षा में कम
आए हैं। राज्य शिक्षा परियोजना से इसका पत्र जिले में आ चुका है।
पूर्णिया। जिले के 112 शिक्षक दक्षता परीक्षा में तीसरी बार फेल हो गए हैं। उन सब का नियोजन रद किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया है कि तीसरी बार दक्षता परीक्षा में अनुत्तीर्ण शिक्षक को चयन मुक्त किए जाने का निर्देश सरकार ने दिया है। बिना टीइटी पास नियोजित शिक्षकों का सरकार ने दक्षता परीक्षा लेने का निर्णय लिया था। इसके लिए शिक्षकों को तीन बार मौका दिया गया। पहली दक्षता परीक्षा 2009, दूसरी 2010, तीसरी 2012 एवं अंतिम 2016 में ली गई। अंतिम शिक्षक दक्षता परीक्षा में जिले के 288 शिक्षक फेल हो गए हैं। इसमें से 112 शिक्षक वैसे हैं जो तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल घोषित हुए हैं। तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल शिक्षकों को अब अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। पूर्णिया जिले में 1140 शिक्षकों ने इस बार दक्षता की परीक्षा दी थी। इसमें 430 शिक्षकों ने तीसरी बार दक्षता की परीक्षा दी थी जिसमें 112 फेल हो गए। ज्ञात हो कि पहली दक्षता परीक्षा में 300 शिक्षक एवं 410 शिक्षकों ने दूसरी दक्षता की परीक्षा दी। दक्षता की परीक्षा देने वाले सभी शिक्षक प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में पदस्थापित थे एवं वे पंचायत एवं प्रखंड शिक्षक के रूप में नियोजित थे। तीसरी दक्षता परीक्षा में जो शिक्षक फेल हुए हैं उसमें बायसी के 20 शिक्षक, धमदाहा के 13 शिक्षक, अमौर के 7 वैसा 10, बनमनखी 12 कसबा 8, जलालगढ़ 5, श्रीनगर 7 भवानीपुर 8 बीकोठी 7 एवं केनगर प्रखंड के 5 शिक्षक शामिल हैं। शिक्षा विभाग के नियमानुसार पंचायत एवं प्रखंड शिक्षक के रूप में चयनित शिक्षकों को दक्षता परीक्षा में एक बार में पास करना अनिवार्य है। दक्षता परीक्षा पास करने के बाद ही शिक्षकों वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य सुविधाओं का लाभ दिया जाता है। दक्षता परीक्षा पास करने के लिए शिक्षक को तीन मौके दिए जाते हैं और तीसरी दक्षता परीक्षा फेल होने के बाद शिक्षक की सेवा समाप्त मानी जाती है। पूर्णिया की दक्षता परीक्षा के जारी परिणाम में 97 शिक्षकों के परिणाम अभी लंबित है। फिलहाल दक्षता परीक्षा में अनुत्तीर्ण 112 शिक्षकों का नियोजन रद होना तय माना जा रहा है। कोट के लिये शिक्षक दक्षता परीक्षा का परिणाम आ गया है। इसमें तीसरी दक्षता परीक्षा में फेल हुए शिक्षकों की सूची तैयार कर ली गई है। इसमें फेल हुए 112 शिक्षकों को हटाने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा। मो. मंसूर आलम, जिला शिक्षा पदाधिकारी।
पूर्णिया। जिले के 112 शिक्षक दक्षता परीक्षा में तीसरी बार फेल हो गए
हैं। उन सब का नियोजन रद किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर
दी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया है कि तीसरी बार दक्षता परीक्षा में
अनुत्तीर्ण शिक्षक को चयन मुक्त किए जाने का निर्देश सरकार ने दिया है।
राज्य के आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन मद से पेंशन नहीं कट रहा है
पटना : राज्य के आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन मद से पेंशन नहीं कट रहा है. राज्य के 3.57 लाख नियोजित शिक्षकों में से मात्र 1.70 लाख शिक्षकों का ही पेंशन कट रहा है. प्रारंभिक स्कूलों में 1.60 लाख नियोजित शिक्षकों का पेंशन कट रहा है, वहीं हाइ व प्लस टू स्कूलों में करीब 10 हजार शिक्षकों का पेंशन
राज्य के आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन मद से पेंशन नहीं कट रहा है
पटना : राज्य के आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन मद से पेंशन नहीं कट रहा है. राज्य के 3.57 लाख नियोजित शिक्षकों में से मात्र 1.70 लाख शिक्षकों का ही पेंशन कट रहा है. प्रारंभिक स्कूलों में 1.60 लाख नियोजित शिक्षकों का पेंशन कट रहा है, वहीं हाइ व प्लस टू स्कूलों में करीब 10 हजार शिक्षकों का पेंशन
राज्य के आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन मद से पेंशन नहीं कट रहा है
पटना : राज्य के आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन मद से पेंशन नहीं कट रहा है. राज्य के 3.57 लाख नियोजित शिक्षकों में से मात्र 1.70 लाख शिक्षकों का ही पेंशन कट रहा है. प्रारंभिक स्कूलों में 1.60 लाख नियोजित शिक्षकों का पेंशन कट रहा है, वहीं हाइ व प्लस टू स्कूलों में करीब 10 हजार शिक्षकों का पेंशन
पटना : राज्य के आधे से अधिक नियोजित शिक्षकों का वेतन मद से पेंशन नहीं कट रहा है. राज्य के 3.57 लाख नियोजित शिक्षकों में से मात्र 1.70 लाख शिक्षकों का ही पेंशन कट रहा है. प्रारंभिक स्कूलों में 1.60 लाख नियोजित शिक्षकों का पेंशन कट रहा है, वहीं हाइ व प्लस टू स्कूलों में करीब 10 हजार शिक्षकों का पेंशन कटना शुरू हो गया है. इन शिक्षकों को ही ‘यूटीआइ रिटायरमेंट बेनिफिट पेंशन फंड’ का लाभ मिल रहा है, बाकि शिक्षक फिलहाल इस स्कीम का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं. राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में 3.23 लाख, हाइ में साढ़े 22 हजार अौर प्लस टू स्कूलों में साढ़े 11 हजार नियोजित शिक्षक हैं.
कई जिलों में शिक्षकों ने अपने वेतन मद से पेंशन काटने के लिए आवेदन भी दिया है, लेकिन वह पेंडिंग पड़ा है. शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और यूटीआइ बैंक में अपना आवेदन भी दिया है, पर उचित कार्रवाई नहीं हो सकी है. शिक्षा विभाग फिर से ‘यूटीआइ रिटायरमेंट बेनिफिट पेंशन फंड’ स्कीम में शिक्षकों को जोड़ने के लिए जिलों को निर्देश देने की भी तैयारी कर रहा है. ’यूटीआइ रिटायरमेंट बेनिफिट पेंशन फंड’ की घोषणा अगस्त 2012 में की गयी थी.
जनवरी 2013 से नियोजित शिक्षकों के वेतन मद से राशि कटनी थी. सभी शिक्षकों के लिए पेंशन मद में राशि कटवाने की बाध्यता नहीं थी, लेकिन जो शिक्षक पेंशन मद में राशि जमा करना चाहते थे वे कम से कम 200 रुपये जमा कर सकते थे. इसके एवज में राज्य सरकार भी 200 रुपये प्रति शिक्षक जमा करती. शिक्षकों को एक और छूट थी कि वे 200 रुपये से अधिक राशि भी पेंशन मद में कटवा सकते थे.
लेकिन सरकार अपनी ओर से अधिकतम 200 रुपये ही देगी. नियोजित शिक्षकों के 59 साल की उम्र तक पेंशन की राशि सरकार देगी.
एक जनवरी 2013 को जिन नियोजित शिक्षकों की उम्र 54 साल या इससे कम होगी वे ही उस स्कीम में शामिल हो सकते हैं. शिक्षक की उम्र जब 60 साल हो जायेगी तो उन्हें पेंशन मिलना शुरू हो जायेगा. साथ ही जो शिक्षक रिटायर कर जायेंगे या फिर किसी वजह से सेवा से हट जायेंगे तो वे भी स्कीम में बने रह सकते हैं या फिर एक साथ ही पूरी राशि ले सकते हैं.
कई जिलों में शिक्षकों ने अपने वेतन मद से पेंशन काटने के लिए आवेदन भी दिया है, लेकिन वह पेंडिंग पड़ा है. शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और यूटीआइ बैंक में अपना आवेदन भी दिया है, पर उचित कार्रवाई नहीं हो सकी है. शिक्षा विभाग फिर से ‘यूटीआइ रिटायरमेंट बेनिफिट पेंशन फंड’ स्कीम में शिक्षकों को जोड़ने के लिए जिलों को निर्देश देने की भी तैयारी कर रहा है. ’यूटीआइ रिटायरमेंट बेनिफिट पेंशन फंड’ की घोषणा अगस्त 2012 में की गयी थी.
जनवरी 2013 से नियोजित शिक्षकों के वेतन मद से राशि कटनी थी. सभी शिक्षकों के लिए पेंशन मद में राशि कटवाने की बाध्यता नहीं थी, लेकिन जो शिक्षक पेंशन मद में राशि जमा करना चाहते थे वे कम से कम 200 रुपये जमा कर सकते थे. इसके एवज में राज्य सरकार भी 200 रुपये प्रति शिक्षक जमा करती. शिक्षकों को एक और छूट थी कि वे 200 रुपये से अधिक राशि भी पेंशन मद में कटवा सकते थे.
लेकिन सरकार अपनी ओर से अधिकतम 200 रुपये ही देगी. नियोजित शिक्षकों के 59 साल की उम्र तक पेंशन की राशि सरकार देगी.
एक जनवरी 2013 को जिन नियोजित शिक्षकों की उम्र 54 साल या इससे कम होगी वे ही उस स्कीम में शामिल हो सकते हैं. शिक्षक की उम्र जब 60 साल हो जायेगी तो उन्हें पेंशन मिलना शुरू हो जायेगा. साथ ही जो शिक्षक रिटायर कर जायेंगे या फिर किसी वजह से सेवा से हट जायेंगे तो वे भी स्कीम में बने रह सकते हैं या फिर एक साथ ही पूरी राशि ले सकते हैं.
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