मुजफ्फरपुर। शिक्षा विभाग में अनुकंपा के आधार पर फर्जी बहाली का खेल
चला। अप्रशिक्षित अभ्यर्थी की नियुक्ति पर रोक के बावजूद स्कूलों में
अनुकंपा के आधार पर बड़े पैमाने पर इनकी नियुक्ति की गई। 31 मार्च 2015 के
बाद अप्रशिक्षित अभ्यर्थी को शिक्षक के पद पर बहाल नहीं करना था।
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वेतन भुगतान न होने पर शिक्षकों ने जताई ¨चता
रोहतास। स्थानीय रौजा पार्क में शनिवार को परिवर्तनकारी प्रारंभिक
शिक्षक संघ की बैठक जिलाध्यक्ष रवि कुमार ¨सह की अध्यक्षता में हुई। जिसमें
जीओबी मद से शिक्षकों को छह माह से वेतन नहीं मिलने पर ¨चता व्यक्त करते
हुए विभागीय अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया।
10+2 में अपग्रेड के आठ माह बाद भी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं
सिवान । सरकार ने महाराजगंज प्रखंड के सभी उच्च विद्यालय को 10+2 में
2010 में ही अप्रगेड कर दिया, लेकिन अभी तक विद्यालयों में उस स्तर तक की
व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
इसी कड़ी में महाराजगंज प्रखंड का महात्मा गांधी उच्च विद्यालय गौर भी है।
टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने निकाला आक्रोश मार्च
जागरण संवाददाता, जहानाबाद टीईटी, एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोप गुट के बैनर तले
नियोजित शिक्षकों ने शनिवार को आक्रोश मार्च निकाला। जिला संयोजक विनित
पांडेय, राकेश कुमार तथा कौशलेंद्र कुमार के नेतृत्व में निकाले गए आक्रोश
मार्च के दौरान पुतला दहन भी किया गया। मार्च में शामिल लोग सरकार विरोधी
नारे लगा रहे थे।
सूची प्रकाशन में देरी पर दी अनशन की चेतावनी
बक्सर : जिला प्रारंभिक शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने एक दिवसीय सांकेतिक
भूख हड़ताल का आयोजन समाहरणालय के समक्ष किया, जिसमें बक्सर जिले के
विभिन्न प्रखंडों से काफी संख्या में शिक्षकों ने अपनी सक्रिय सहभागिता
निभायी. बैठक की अध्यक्षता सेवानिवृत्त वरीय शिक्षक नागेंद्र राय ने की.
पूर्ण वेतन समेत 5 मांगों को लेकर नियोजित शिक्षकों ने दिया धरना
टीईटी-एसटीईटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ (गोपगुट) ने डीईओ कार्यालय के
समक्ष पूर्ण वेतनमान समेत पांच मांगों को लेकर धरना दिया। अध्यक्ष रामानुज
ने कहा कि शिक्षकों की कई तरह की समस्याएं है, जिसे दूर नहीं किया जा रहा
है। सरकार व डीईओ भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
सोशल साइट्स परअमर्यादित पोस्ट करनेवाले शिक्षक नपेंगे
नियम के अनुसार ही विचारों को व्यक्त करने का निर्देश
पटना : शिक्षक हों या शिक्षा विभाग के कर्मचारी व्हाट्सएप, फेसबुक
या किसी अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट पर सोच-समझ कर ही कोई भी पोस्ट डालें.
क्योंकि अपुष्ट या अमर्यादित पोस्ट करना शिक्षक व कर्मचारियों को
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