बिहार में शिक्षक नियोजन के संबंध में एक बहुत बड़ी खबर आ रही है। दरअसल,
राज्य में प्राइमरी शिक्षकों की बहाली को शिक्षा विभाग ने हरी झंडी दे दी
है। शिक्षक बहाली की प्रक्रिया अगले 10 दिनों में शुरू हो जाएगी। प्राइमरी
एजुकेशन के डायरेक्टर रणजीत कुमार सिंह कहा है कि एनसीटीई (NCTE) से पत्र
मिलने के बाद बहाली पर लगी रोक हटा ली गई है और अगले 3 माह के भीतर 94 हजार
पदों पर बहाली पूरी कर ली जाएगी।
शिक्षा विभाग का प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय 42606 प्राथमिक, 28638 मध्य विद्यालय और 391 बुनियादी स्कूलों में शिक्षकों के नियोजन का कार्यक्रम जल्द जारी करेगा। इस नियोजन प्रक्रिया में एनआईओएस से 18 महीने डीईएलएड कोर्स करने वाले अभ्यर्थियों को भी मौका मिलेगा। नियोजन की पूरी प्रक्रिया 3 महीने में पूरी कर दी जाएगी।
दरअसल, आवेदन जमा कर लाखों अभ्यर्थी मेधा सूची का इंतजार कर रहे थे। शिक्षा विभाग के अनुसार अब उन्हें दोबारा आवेदन जमा नहीं करना होगा। उनके पुराने आवेदन से ही कम चल जाएगा।
NIOS से डीएलएड पास हुए अभ्यर्थियों के लिए नया शिड्यूल जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि एनआईओएस से डीएलएड पास अभ्यर्थियों को लेकर एनसीटीई ने बहाली पर रोक लगा रखी थी। एनसीटीई ने डिग्री पर यह कहकर सवाल उठाया था कि 18 महीने की डीएलएड डिग्री अमान्य है और 24 महीने की डिग्री को ही मान्य माना जाएगा। इसके बाद अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट से गुहार लगाई और हाईकोर्ट ने डिग्री को मान्य बताते हुए बहाली में शामिल करने का फैसला सुनाया था।
एनसीटीई ने भी लॉकडाउन में छूट मिलते ही शिक्षा विभाग बिहार को बहाली करने का पत्र भेज दिया है जिसके बाद शिक्षा विभाग ने बहाली पर से लगी रोक को हटाते हुए फैसला लिया है। अब राज्य के डीएलएड अभ्यर्थी फिर से आवेदन कर सकेंगे वहीं मेधा सूची की प्रतीक्षा में बैठे अभ्यर्थियों को जल्द खुशखबरी मिलेगी।
इस बहाली में टीईटी, सीटेट और डीएलएड तीनों अभ्यर्थी अब शामिल हो सकेंगे और शिक्षक बनने का उनका सपना साकार हो सकेगा.शिक्षक संघ के नेता केदारनाथ पाण्डेय ने कहा कि बिहार में शिक्षकों की घोर कमी है.अगर समय से एक लाख शिक्षकों की बहाली हो जाती है तो इससे शिक्षा को आगे बढाने में बहुत सहूलियत मिलेगी।
शिक्षा विभाग का प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय 42606 प्राथमिक, 28638 मध्य विद्यालय और 391 बुनियादी स्कूलों में शिक्षकों के नियोजन का कार्यक्रम जल्द जारी करेगा। इस नियोजन प्रक्रिया में एनआईओएस से 18 महीने डीईएलएड कोर्स करने वाले अभ्यर्थियों को भी मौका मिलेगा। नियोजन की पूरी प्रक्रिया 3 महीने में पूरी कर दी जाएगी।
दरअसल, आवेदन जमा कर लाखों अभ्यर्थी मेधा सूची का इंतजार कर रहे थे। शिक्षा विभाग के अनुसार अब उन्हें दोबारा आवेदन जमा नहीं करना होगा। उनके पुराने आवेदन से ही कम चल जाएगा।
NIOS से डीएलएड पास हुए अभ्यर्थियों के लिए नया शिड्यूल जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि एनआईओएस से डीएलएड पास अभ्यर्थियों को लेकर एनसीटीई ने बहाली पर रोक लगा रखी थी। एनसीटीई ने डिग्री पर यह कहकर सवाल उठाया था कि 18 महीने की डीएलएड डिग्री अमान्य है और 24 महीने की डिग्री को ही मान्य माना जाएगा। इसके बाद अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट से गुहार लगाई और हाईकोर्ट ने डिग्री को मान्य बताते हुए बहाली में शामिल करने का फैसला सुनाया था।
एनसीटीई ने भी लॉकडाउन में छूट मिलते ही शिक्षा विभाग बिहार को बहाली करने का पत्र भेज दिया है जिसके बाद शिक्षा विभाग ने बहाली पर से लगी रोक को हटाते हुए फैसला लिया है। अब राज्य के डीएलएड अभ्यर्थी फिर से आवेदन कर सकेंगे वहीं मेधा सूची की प्रतीक्षा में बैठे अभ्यर्थियों को जल्द खुशखबरी मिलेगी।
इस बहाली में टीईटी, सीटेट और डीएलएड तीनों अभ्यर्थी अब शामिल हो सकेंगे और शिक्षक बनने का उनका सपना साकार हो सकेगा.शिक्षक संघ के नेता केदारनाथ पाण्डेय ने कहा कि बिहार में शिक्षकों की घोर कमी है.अगर समय से एक लाख शिक्षकों की बहाली हो जाती है तो इससे शिक्षा को आगे बढाने में बहुत सहूलियत मिलेगी।