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शिक्षकों के साथ भेदभाव की नीति अपना रही सरकार

अरवल। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट का दूसरा जिला सम्मेलन का आयोजन यूनिक कोचिग संस्थान में किया गया। जिसकी शुरुआत पांच सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने झंडोत्तोलन कर किया जबकि कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदेश महासचिव प्रेमचंद कुमार सिन्हा ने किया।
मौके पर प्रदेश महासचिव ने कहा कि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर अनेकों बार सरकार के समक्ष धरना प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन सरकार शिक्षकों के मांगों के प्रति संवेदनशील नहीं है। जिसके कारण शिक्षकों में सरकार की प्रति नाराजगी है। समान कार्य के बदले समान वेतन नहीं देकर सरकार नियोजित शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ अन्याय कर रही है। इसके लिए कर्मचारियों एवं शिक्षकों को आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए आह्वान किया गया। अपनी लड़ाई को मजबूती प्रदान करने के लिए सभी लोगों को एक मंच पर आकर आवाज को बुलंद करने के लिए कहा गया क्योंकि जब तक हम सभी शिक्षक और कर्मचारी चट्टानी एकता का परिचय सरकार को नहीं देंगे तब तक सरकार सुनने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका ताजा उदाहरण है कि सरकार अलग-अलग संघों से बात कर मांगों को उलझाना चाहती है ।अगर इसी प्रकार शिक्षक और कर्मियों की मांगी उलझी रही तो कई शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो जाएंगे फिर भी उन्हें लाभ नहीं मिल पाएगा। इस दौरान भाकपा माले के जिला सचिव महानंद ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी लोग एक मंच पर नहीं है जिसका फायदा सरकार उठा रही है। जिस दिन आप लोग चट्टानी एकता का परिचय देंगे सरकार को बाध्य होकर आपकी मांगों को माननी पड़ेगी। इस दौरान दूसरे सत्र में जिला संगठन का चुनाव भी कराया गया। जिसमें संरक्षक के पद के लिए प्रेमचंद तिवारी सलाहकार के लिए अनिल कुमार राय अध्यक्ष पद के लिए शैलेंद्र कुमार सचिव के लिए बच्चू कुमार कोषाध्यक्ष के लिए मुन्ना कुमार मीडिया प्रभारी के लिए संतोष पाठक का चयन किया गया।

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