पूर्णिया। प्रखंड साधन सेवी (बीआरपी) एवं संकुल समन्वयकों (सीआरसीसी) के
जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रभारी डीईओ रतीश कुमार झा ने कई
दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय अनुश्रवण के दौरान अनुश्रवण
पंजी में विद्यालय की कमियों एवं खूबियों को अंकित कर हस्ताक्षर करें।
विद्यालय की कमियों को दूर करने की अवधि भी तय की जानी चाहिए।
सभी बीआरपी एवं सीआरसीसी को विद्यालय में पठन-पाठन एवं विद्यालय का संचालन सुचारू रूप से करवाने हेतु निर्धारित मूलभूत छह महत्वपूर्ण बिन्दु का अनुपालन फरवरी 2019 तक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम कक्षा तीन से पांच के बच्चों को वर्ग सापेक्ष दक्षता उपलब्ध कराने हेतु बीआरपी एवं सीआरसीसी का जिला स्तरीय पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण बीआरसी एवं लर्निग सेंटर पूर्णिया पूर्व में चल रहा है। इसमें धमदाहा, भवानीपुर, रूपौली, बायसी, जलालगढ़, श्रीनगर, केनगर एवं बनमनखी प्रखंड के प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक संचालन में एपीओ उज्ज्वल कुमार सरकार, बीइओ मजहर सउद, श्याम सुंदर गुप्ता एवं कामेश्वर प्रसाद विश्वास की महत्वपूर्ण भूमिका रही। मास्टर प्रशिक्षक के रूप में हेमंत कुमार, अजीत कुमार अमन, सुशील कुमार मिश्र, रंजीत कुमार यादव, जंग बहादुर सहनी, संजय कुमार महतो, सुभाष चंद्र गुप्ता थे। इधर, बीआरसी लर्निग सेंटर पूर्णिया पूर्व में बीईपी के द्वारा जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बनमनखी और बायसी प्रखंड के 21-21 शिक्षक शामिल हुए। जिन्हें भाषा शिक्षण सर्टिफिकेट कोर्स के संबंध में जानकारी दी गई। इसके तहत कक्षा एक से तीन तक भाषा पढ़ाने वाले चयनित शिक्षकों को लैंग्वेज एवं लर्निंग फाउंडेशन के सहयोग से तीन महीने का प्रारंभिक भाषा शिक्षण सर्टिफिकेट कोर्स 2019 में नामाकन करवाया जायेगा। जिनसे उनकी भाषा पर बेहतर दक्षता विकसित हो सके।
कार्यशाला को डीईओ सह डीपीओ एसएसए रतीश कुमार झा, एपीओ उज्ज्वल कुमार सरकार तथा लैंग्वेज एवं लर्निंग फाउन्डेशन के परियोजना समन्वयक नीरज पराशर ने संबोधित किया और शिक्षकों को कोर्स से संबंधित सवालों का जवाब दिया। इस मौके पर दीपनारायण गुप्ता, तरूण कुमार यादव, श्याम सुंदर गुप्ता, कामेश्वर प्रसाद विश्वास भी उपस्थित थे।
सभी बीआरपी एवं सीआरसीसी को विद्यालय में पठन-पाठन एवं विद्यालय का संचालन सुचारू रूप से करवाने हेतु निर्धारित मूलभूत छह महत्वपूर्ण बिन्दु का अनुपालन फरवरी 2019 तक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कार्यक्रम कक्षा तीन से पांच के बच्चों को वर्ग सापेक्ष दक्षता उपलब्ध कराने हेतु बीआरपी एवं सीआरसीसी का जिला स्तरीय पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण बीआरसी एवं लर्निग सेंटर पूर्णिया पूर्व में चल रहा है। इसमें धमदाहा, भवानीपुर, रूपौली, बायसी, जलालगढ़, श्रीनगर, केनगर एवं बनमनखी प्रखंड के प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक संचालन में एपीओ उज्ज्वल कुमार सरकार, बीइओ मजहर सउद, श्याम सुंदर गुप्ता एवं कामेश्वर प्रसाद विश्वास की महत्वपूर्ण भूमिका रही। मास्टर प्रशिक्षक के रूप में हेमंत कुमार, अजीत कुमार अमन, सुशील कुमार मिश्र, रंजीत कुमार यादव, जंग बहादुर सहनी, संजय कुमार महतो, सुभाष चंद्र गुप्ता थे। इधर, बीआरसी लर्निग सेंटर पूर्णिया पूर्व में बीईपी के द्वारा जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बनमनखी और बायसी प्रखंड के 21-21 शिक्षक शामिल हुए। जिन्हें भाषा शिक्षण सर्टिफिकेट कोर्स के संबंध में जानकारी दी गई। इसके तहत कक्षा एक से तीन तक भाषा पढ़ाने वाले चयनित शिक्षकों को लैंग्वेज एवं लर्निंग फाउंडेशन के सहयोग से तीन महीने का प्रारंभिक भाषा शिक्षण सर्टिफिकेट कोर्स 2019 में नामाकन करवाया जायेगा। जिनसे उनकी भाषा पर बेहतर दक्षता विकसित हो सके।
कार्यशाला को डीईओ सह डीपीओ एसएसए रतीश कुमार झा, एपीओ उज्ज्वल कुमार सरकार तथा लैंग्वेज एवं लर्निंग फाउन्डेशन के परियोजना समन्वयक नीरज पराशर ने संबोधित किया और शिक्षकों को कोर्स से संबंधित सवालों का जवाब दिया। इस मौके पर दीपनारायण गुप्ता, तरूण कुमार यादव, श्याम सुंदर गुप्ता, कामेश्वर प्रसाद विश्वास भी उपस्थित थे।