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214 शिक्षकों को नहीं मिली हेडमास्टर पद पर प्रोन्नति

स्नातक ग्रेड हेडमास्टर के मामले में प्रोन्नति के मामले में लेट होने के कारण डीएम रंजीता ने डीईओ चंद्रशेखर राय व स्थापना शाखा के डीपीओ अली असगर से शो कॉज किया है।
साथ ही उन पर लगाए गए आरोप पर जानकारी मांगी है। डीएम ने अपने पत्रांक 3269 के माध्यम से वरीयता के अनुसार शिक्षकों की पदस्थापना नहीं करने के संदर्भ में जानकारी मांगी है। इसमें डीएम ने कहा है कि पचरुखी प्रखंड के उत्क्रमित मिडिल स्कूल बरवलिया के शिक्षक रामानंद सिंह व अन्य 42 शिक्षकों ने मिलकर लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। इसमें प्रोन्नति नियमावली 2011 के नियम 9 व विभागीय प्रावधान के आलोक में 214 स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रकाशित वरीयता सूची के अनुसार प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति कर पदस्थापना के लिए शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। यह भी बताया गया है कि स्थापना डीपीओ के पत्रांक 2713 के दिनांक 8 सितम्बर के प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति के लिए आपत्ति प्राप्त करने के लिए वरीयता सूची का प्रकाशन 20 दिनों के लिए किया गया था। जिसकी अवधि 27 सितम्बर को समाप्त हो गई।

डीपीओ स्थापना शाखा।।

प्रशिक्षित शिक्षकों के स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति का चल रहा है विवाद, अबतक कोई कार्रवाई नहीं

शिक्षकों के पूछे जाने पर डीपीओ ने बताया अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जबकि पहले ही इसे समय से निष्पादन करने का निर्देश दिया था। डीएम ने यह भी चेतावनी दी है कि क्यों न विभागीय कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेज दिया जाए। स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति का मामले पर भी विवाद जिले के मिडिल स्कूलों में पदस्थापित स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति के बाद भी विवाद चल रहा है। इसकी शिकायत कई शिक्षकों ने क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक से की है। इसकी जांच चल रही है। आरडीडीई ने पांच दिसम्बर को छपरा में सुनवाई की भी तिथि निर्धारित की, जहां पर सभी अभिलेख के साथ डीईओ, शिक्षक व शिक्षक संघ के प्रतिनिधि को बुलाया है। शिक्षकों का आरोप है पदस्थापना में अनियमितता बरती गई है। दिए गए ऑप्शन का ख्याल नहीं रखा गया है। घर से 27 किलोमीटर की दूरी प भी पदस्थापना की गई है। जबकि समीप के स्कूल में पद खाली भी है।

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