आरा। समय से वेतन का भुगतान करने, प्रमाण पत्रों की जांच के नाम पर मानसिक
प्रताड़ना देने, विद्यालय जांच के नाम पर शिक्षकों से अवैध वसूली करने,
शिक्षकों से बिना जवाब-तलब किए विभिन्न प्रकार की कार्रवाई किए
जाने व
वर्षों से लंबित अंतर वेतनमान की राशि का भुगतान करने के सवाल को लेकर
शुक्रवार को शिक्षकों ने टेट शिक्षक संघ (मूल) के बैनर तले जिला शिक्षा
पदाधिकारी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। इस अवसर पर सभा को
संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ अधिकारी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा
की बात करते है, दूसरी तरह वही बीएलओ व शौच की निगरानी जैसे कार्य कराते
है। यह शिक्षकों के आत्म सम्मान का हनन है। वक्ताओं ने कहा कि जांच के नाम
पर विभाग के लोगों द्वारा मोटी रकम की मांग की जाती है, नहीं देने पर गलत
तरीके से विभागीय कार्रवाई की जाती है। सभा को संबोधित करने वालों में
सुभाष चंद्र बसु, अविनाश द्विवेदी, राजू नंदन ¨सह, रास बिहारी प्रसाद,
राजेश कुमार, मो. अनवर अली, रंजीत सैनी, उपेन्द्र नारायण, उमेश कुमार,
उमाकांत ¨सह, राजकपूर, राजेश रौशन, राजेश मिश्रा समेत कई लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सुभाष चंद्र बसु व संचालन भरत पाण्डेय ने किया।