पटना. राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर
करने के लिए सरकार के नियम और रोस्टर के आधार पर 8 हजार गेस्ट फैकल्टी रखे
जाएंगे। विभिन्न विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के नियमित बहाली होने पर
गेस्ट फैकल्टी काम करेंगे।
राज्य सरकार के प्रावधान के अनुसार
प्रति दिन एक हजार और प्रति माह अधिकतम 25 हजार रुपए दिए जाएंगे। गेस्ट
फैकल्टी रखने के लिए कुलपतियों को राजभवन और शिक्षा विभाग ने अनुमति दे दी।
शनिवार
को राजभवन में राज्यपाल सत्यपाल मलिक की अध्यक्षता में सभी विवि के
कुलपतियों की बैठक हुई। इस दौरान बीएड कॉलेजों में पढ़ाई सुनिश्चित कराने और
शिक्षक-छात्रों की उपस्थिति की मॉनीटरिंग के लिए राज्यपाल ने बीएड एप लांच
किया। राज्यपाल ने कुलपतियों से कहा कि हर हाल में दिसंबर 2018 तक लंबित
परीक्षा करा लें। एकेडमिक कैलेंडर का हर हाल में पालन हो। राज्यपाल ने खास
कर जेपी विवि छपरा और बीएन मंडल विवि मधेपुरा के कुलपति को याद दिलाया कि
दो-तीन साल से लंबित परीक्षा करा परीक्षाफल समय पर प्रकाशित कराएं।
बीएड
कॉलेज एप के जरिए यहां वर्ग संचालन, शिक्षक और छात्र उपस्थिति की रोजाना
समीक्षा होगी। मोबाइल फोटोग्राफ लिया जाएगा। राज्यपाल ने कुलपतियों को
छात्रों का क्लास लेकर पढ़ाने के लिए कहा। बोले- इससे शिक्षक और अधिक
उत्साहित होकर क्लास लेंगे। साथ ही छात्र
और कुलपति के बीच संवाद बढ़ेगा।
राजयपाल
नेक हा कि हमें विश्वविद्यालयों के लिए निर्धारित एजेंडों पर तेजी से आगे
बढ़ना है। एजेंडे के अनुसार विश्वविद्यालयों की प्रगति संतोषजनक है। इसके
निरंतर बनाए रखने की जरूरत है। राज्यपाल ने सेवांत लाभ से जुड़े मामलों का
निष्पादन करने कके लिए कहा।
बैठक में महामहिम राज्यपाल को प्रधान
सचिव श्री विवेक कुमार सिंह ने मासिक पत्रिका ‘राज भवन संवाद’ के जुलाई अंक
की प्रथम प्रति भी सादर समर्पित की। बैठक में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव
आरके महाजन, राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, अपर सचिव मनोज
कुमार, अपर सचिव विजय कुमार सहित शिक्षा और राजभवन के अधिकारी मौजूद थे।