भागलपुर विवि और शिक्षकों की आसपी लड़ाई में स्नातक पार्ट-वन के 70
हजार छात्रों का भविष्य दांव पर लग गया है। इन छात्रों ने जुलाई में
परीक्षा दी थी लेकिन अब तक इनकी कापियों का मूल्यांकन पूरा तो क्या आधा भी
नहीं हो सका है।
शिक्षक पूर्व में किए गए मूल्यांकन के मेहनताने की मांग को लेकर मूल्यांकन नहीं कर रहे हैं और विवि भुगतान नहीं कर रहा है। कापियों का मूल्यांकन रुके 20 दिन हो चुके हैं। जो रिजल्ट अगस्त तक जारी हो जाना चाहिए था उसमें चार महीने की देरी हो चुकी है तथा अभी और विलंब होने की आशंका है।
भागलपुर विवि ने पूर्व में कराए गए पार्ट-टू और पार्ट-थ्री के मूल्यांकन का भुगतान शिक्षकों को अब तक नहीं किया है। दोनों मूल्यांकन पिछले साल ही हुए थे। शिक्षकों ने 14 नवंबर को पार्ट-वन का मूल्यांकन कार्य रोक दिया था। इसके बावजूद इन्हें राशि नहीं मिली है।
शिक्षक नेताओं डा. वेदव्यास मुनि और डा. आनंद कुमार मिश्र ने बताया कि विवि ने शिक्षकों को पार्ट-टू के मूल्यांकन के बकाए का आधा-अधूरा भुगतान किया है और पार्ट-थ्री के सामान्य अध्ययन पेपर का भुगतान तो किया ही नहीं है। ऐसे में विवि को पांच दिसंबर तक का समय दिया गया था। इसके बावजूद विवि ने कोई कदम नहीं उठाया। सोमवार को वे लोग तय करेंगे कि मूल्यांकन करना है या नहीं।
दूसरी तरफ प्रतिुलपति प्रो. अवध किशोर राय ने कहा कि विवि वित्त विभाग ने भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शिक्षकों को सभी तरह के बकाए का भुगतान बारी-बारी से किया जा रहा है।
शिक्षक पूर्व में किए गए मूल्यांकन के मेहनताने की मांग को लेकर मूल्यांकन नहीं कर रहे हैं और विवि भुगतान नहीं कर रहा है। कापियों का मूल्यांकन रुके 20 दिन हो चुके हैं। जो रिजल्ट अगस्त तक जारी हो जाना चाहिए था उसमें चार महीने की देरी हो चुकी है तथा अभी और विलंब होने की आशंका है।
भागलपुर विवि ने पूर्व में कराए गए पार्ट-टू और पार्ट-थ्री के मूल्यांकन का भुगतान शिक्षकों को अब तक नहीं किया है। दोनों मूल्यांकन पिछले साल ही हुए थे। शिक्षकों ने 14 नवंबर को पार्ट-वन का मूल्यांकन कार्य रोक दिया था। इसके बावजूद इन्हें राशि नहीं मिली है।
शिक्षक नेताओं डा. वेदव्यास मुनि और डा. आनंद कुमार मिश्र ने बताया कि विवि ने शिक्षकों को पार्ट-टू के मूल्यांकन के बकाए का आधा-अधूरा भुगतान किया है और पार्ट-थ्री के सामान्य अध्ययन पेपर का भुगतान तो किया ही नहीं है। ऐसे में विवि को पांच दिसंबर तक का समय दिया गया था। इसके बावजूद विवि ने कोई कदम नहीं उठाया। सोमवार को वे लोग तय करेंगे कि मूल्यांकन करना है या नहीं।
दूसरी तरफ प्रतिुलपति प्रो. अवध किशोर राय ने कहा कि विवि वित्त विभाग ने भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शिक्षकों को सभी तरह के बकाए का भुगतान बारी-बारी से किया जा रहा है।