मधुबनी। शिक्षक अभ्यर्थियों पर आंदोलन के दौरान पटना में लाठीचार्ज की घटना को लेकर एसएफआई आक्रोशित हो उठे हैं। पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज की घटना की तीखी शब्दों में निदा एसएफआई कार्यकर्ताओं ने
की है। वहीं, उक्त घटना के विरोध में एसएफआई जिला कमेटी के बैनर तले एसएफआई जिला कार्यालय परिसर से एसएफआई कार्यकर्ताओं ने प्रतिरोध मार्च निकाला। प्रतिरोध मार्च जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली चौक पर आकर पुतला दहन सभा में तब्दील हो गया। कोतवाली चौक पर एसएफआई कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया। प्रतिरोध मार्च एवं पुतला दहन के उपरांत राजीव यादव की अध्यक्षता में प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने कहा कि वर्ष 2019 में ही शिक्षक अभ्यर्थी से बहाली के नाम पर आवेदन लिया गया। लेकिन, अभी तक बहाली की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। जिससे अभ्यार्थियों में काफी निराशा उत्पन्न हो गया है। नियुक्ति पत्र देने के लिए पटना उच्च न्यायालय के द्वारा आदेश भी दे दिया गया है। लेकिन, बिहार सरकार बहाली नहीं कर रही है। वहीं, प्रदेश महासचिव मुकुल राज ने कहा की बहाली की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करने से स्पष्ट हो गया है कि बिहार सरकार की बहाली करने की मंशा नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि अविलंब बहाली नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। सभा को जिलाध्यक्ष सरोज कुमार प्रसाद, जिला मंत्री प्रभात कुमार मोनू, अरविद यादव, कन्हैया सिंह, नागेंद्र यादव, रत्नेश्वर कुमार, सुरेश यादव, चंदन कुमार, राजा यादव, रमेश यादव, चंदन यादव आदि ने भी संबोधित किया।