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अभी समधी के यहां आए हैं, दो-तीन घंटे में स्कूल आ जाएंगे

खगड़िया। प्रखंड में प्रारंभिक शिक्षा की हालत इस कदर खराब है कि 11-12 बजे तक विद्यालय में ताला लटका रहता है। अगर कोई विद्यालय खुल भी गया तो कब बंद हो जाएगा, इसका पता भगवान को हो सकता है या उन शिक्षकों को जो यहां पदस्थापित हैं।
लिहाजा कह सकते हैं कि यहां शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है।
प्रखंड में एक विद्यालय है मध्य विद्यालय परास। यह कोशी नदी के उस पार चेराखेरा पंचायत में अवस्थित है। बुधवार को जागरण टीम यहां पहुंची। विद्यालय दोपहर में बंद मिला। करीब साढ़े ग्यारह बजे स्कूल के बाहर चटाई पर धान सूखने के लिए पसारा हुआ था। धान की रखवाली कर रही एक महिला ने कहा कि स्कूल अक्सर बंद ही रहता है सो हमलोग यहां फिल्ड में धान सुखा लेते हैं। जब स्कूल नहीं खुलने की बाबत प्रधानाध्यापक मनोज कुमार से मोबाइल पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम समधी के यहां आ गए हैं। दो-तीन घंटे में स्कूल आ जाएंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि स्कूल नियमित खुलता है। स्कूल अक्सर बंद रखने का आरोप गलत है।

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एक अन्य विद्यालय भी था बंद
चेरखेरा पंचायत में एक अन्य विद्यालय भी जागरण टीम गई। यह विद्यालय था प्राथमिक विद्यालय बेतौना मुशहरी। यहां स्कूल के बाहर कुछ बच्चे बांस फट्ठे को बल्ला का रूप देकर क्रिकेट खेल रहे थे। एक-दो छत पर चढ़कर उधम मचा रहे थे। करीब दो दर्जन बच्चे यहां दिखे। उस वक्त 11 बज रहा था। बच्चों ने कहा कि सर लोग (टीचर) साढ़े दस से साढे ग्यारह-बारह बजे तक आते हैं।

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दुर्गम है इलाका
शिक्षकों के लिए मजे की बात यह है कि यहां तक पहुंचने के लिए दो नदी कोशी एवं बागमती को आर-पार करना पड़ता है। भौगोलिक स्थिति खराब होने के कारण पदाधिकारी भी यहां झांकने नहीं आते हैं। जिसका फायदा यहां पदस्थापित शिक्षक उठाते हैं शिक्षक घर बैठे-बैठे वेतन उठाते हैं। यहां शिक्षकों का राम राज है।
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क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण पप्पू कुमार, संतोष कुमार, प्रवीण कुमार आदि ने बताया कि विद्यालय में तीन सौ से अधिक छात्र-छात्राएं हैं। परंतु शिक्षक मात्र दो ही हैं। वे भी बराबर गायब ही रहते है। यहां न पढ़ाई होती है, न ही एमडीएम चलता है। सिर्फ पंजी पर ही सारा कार्य हो रहा है।
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मुखिया बोलीं
पंचायत की मुखिया राधा देवी ने बताया कि पंचायत के सभी विद्यालयों की स्थिति खराब है। विभाग के पदाधिकारी इधर आते नहीं हैं तो शिक्षक अपनी मनमर्जी करते हैं।
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प्रखंड एमडीएम प्रभारी बोले
प्रखंड एमडीएम प्रभारी कुणाल कुमार ने बताया कि उक्त विद्यालय को चावल एवं राशि उपलब्ध है।
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क्या कहते है बीईओ

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) रामकुमार ¨सह ने बताया कि विद्यालय की जांच की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई होगी।

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