विभाग ने फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर बहाल होने के बाद हटाए गए
शिक्षकों की सूची मांगी है। सूची के साथ 12 अक्टूबर को होने वाली बैठक में
शामिल होने को कहा गया है। प्राथमिक शिक्षा के राज्य निदेशक अरविंद कुमार
वर्मा ने स्थापना के डीपीओ को पत्र जारी किया है। पत्र में कहा है कि
नियोजित शिक्षकों के निगरानी शिक्षकों द्वारा शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक
प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है।
इससे संबंधित बैठक 12 अक्टूबर को सचिवालय स्थित डॉ. मदन मोहन झा
सभागार में होगी। पत्र में कहा गया है कि हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में
किसी भी कोटि के नियोजित शिक्षक व पुस्तकालय अध्यक्ष जो जाली व धोखाधड़ी कर
शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण के आधार पर नौकरी पाई थी। उन्हें स्वेच्छा
से त्यागपत्र देने पर एक बार क्षमादान के अंतर्गत माफी दी गई थी। निदेशक ने
माफ किए गए शिक्षकों की सूची, कितने फर्जी शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज की गई
थी। इसकी सूची मांगी है। इसमें शिक्षक का नाम, स्कूल का नाम, नियोजन इकाई
का नाम, नियोजन वर्ष, त्यागपत्र की तिथि वर्तमान स्थिति की जानकारी देनी
है। साथ ही निगरानी द्वारा अभी तक कितने पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसकी
भी सूची मांगी है।