समस्तीपुर। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को
भेजे पत्र में निगरानी जांच में फर्जी पाए गए शिक्षकों की पूरी सूची उपलब्ध
कराने का निर्देश दिया है। इसमें अब तक कितने को बर्खास्त किया गया तथा
कितनों से वेतन वसूली की कार्रवाई की गई, इसकी जानकारी भी मांगी है।
जानकारी के अनुसार प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने 24 अगस्त को भेजे पत्र
में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा है कि निगरानी विभाग की ओर से
शिक्षक नियोजन की जांच की जा रही है। इसमें फर्जी तरीके से बहाल शिक्षकों
पर कार्रवाई भी हो रही है। उन्होंने कहा कि अब तक कितने शिक्षकों को सेवा
से बर्खास्त किया गया तथा कितने बर्खास्त शिक्षकों से वेतन वसूली की गई,
इसकी सूची उपलब्ध कराएं। निदेशक ने सभी डीईओ से एक सप्ताह के अंदर पूरी
सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बता दें कि शिक्षक नियोजन में
फर्जीवाड़ा कर ढेर सारे लोग शिक्षक पद पर बहाल हो गए थे। आरक्षण रोस्टर को
दरकिनार कर एवं मेधा सूची में निचले पायदान पर रहने के बाद भी गलत तरीके से
बहाल कर लिया गया था। इसमें तो कई शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्र पर भी बहाल
हुए हैं। ऐसे शिक्षकों की सेवा से बर्खास्तगी जा रही है। निगरानी विभाग के
द्वारा करीब सौ से अधिक फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा
चुकी है। पिछले महीने भी 22 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
हालांकि कई नियोजन इकाइयों के द्वारा अब तक वैसे शिक्षकों को बर्खास्त नहीं
किया गया है। उन शिक्षकों से काम भी लिया जा रहा है और नियमित रुप से वेतन
का भुगतान भी किया जा रहा है। वैसे अब तक एक भी ऐसा मामला नहीं आया है
जिसमें शिक्षा विभाग ने वेतन की वसूली की हो। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद
शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैँ। जबकि विभाग
का स्पष्ट निदेश है कि वेतन की वसूली भी की जाए। निदेशक के द्वारा भेजे गए
पत्र के बाद अब शिक्षा विभाग के अधिकारी पूरी सूची जुटाने में जुट गए हैं।
डीपीओ स्थापना संजय कुमार चौधरी ने बताया कि पत्र प्राप्त हुआ है। इसके
आलोक में कार्रवाई की जा रही है।