बक्सर। प्रखंड संसाधन केन्द्र पर मंगलवार को नियोजित शिक्षक संघ द्वारा
तालाबंदी कर विरोध-प्रदर्शन किया गया। हालांकि, बीआरसी में पहले से ही ताला
लटका हुआ था। दरअसल, शिक्षकों में आक्रोश का मुख्य कारण यह था कि पिछले कई
माह से वेतन नहीं मिल रहा है।
जिसके चलते शिक्षकों के समक्ष भूखमरी की
समस्या उत्पन्न हो गई है। प्रखंड संसाधन केन्द्र के बाहर शिक्षकों के
प्रदर्शन से घंटों अफरातफरी का माहौल कायम रहा। मैट्रिक की परीक्षा हेतु
नियुक्त वीक्षकों को यहां से नियुक्ति पत्र लेने में काफी परेशानी झेलनी
पड़ी। देर शाम तक बीईओ के इंतजार में बैठे शिक्षकों को निराश होना पड़ा। धरना
पर बैठे कई शिक्षकों ने बताया कि बीइओ द्वारा तालाबंदी की सूचना पर पहले
से ही बीआरसी बंद करवा दिया गया। मैट्रिक परीक्षा में प्रतिनियुक्त
शिक्षकों को नियुक्ति पत्र राजहाई स्कूल खेल मैदान में वितरित किया गया।
इसको लेकर वीक्षकों को फजीहत झेलनी पड़ी। शिक्षकों को माह दिसंबर, जनवरी का
वेतन विवरणी जिला कार्यालय में नहीं भेजे जाने पर काफी आक्रोश देखने को
मिला। यहीं नहीं, सर्विस बुक का अनुमोदन पत्र नहीं भेजे जाने, स्कूल
निरीक्षण के दौरान बिना स्पष्टीकरण वेतन काटने, एचएम के पास आकस्मिक अवकाश
का आवेदन रहने के बावजूद वेतन काटने, एरियर समय से नहीं भेजने एवं शिक्षकों
को बैंक द्वारा मिल रहे लोन के प्रपत्र को अग्रसारित नहीं करने सहित कई
अन्य मांगों के समर्थन में शिक्षकों ने धरना दिया। इस दौरान शिक्षक कमलेश
पाठक, संजय ¨सह, उपेंद्र पाठक, दीपक कुमार, राकेश त्रिपाठी, पूर्णानंद
मिश्र एवं नवनीत कुमार ने कहा कि मांगों की सार्थक पहल नहीं होगी, तो हम
शिक्षक अपने हक के लिए न्यायालय तक जाएंगे। इस दौरान कन्हैया प्रसाद ¨सह,
शशिभूषण उपाध्याय, नेयाज अहमद, फूलन यादव, धीरज पांडेय, ओमप्रकाश प्रसाद,
जितेंद्र ठाकुर, अनिता यादव, रीमा कुमारी, विभा कुमारी, पुष्पा कुमारी,
¨चता देवी, शबनम खातून सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।
इंटर के बाद मैट्रिक परीक्षा को लेकर व्यस्तता और कर्मियों की कमी है।
ऐसी स्थिति में काफी परेशानी हो रही है। शिक्षकों द्वारा लगाए गए आरोप
बेबुनियाद और मनगढ़ंत हैं।