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मदरसे में शिक्षक बहाली में अनियमितता का मामला गरमाया

मधुबनी। अंधराठाढ़ी प्रखंड में मदरसों में कथित तौर पर अवैध बहाली का मामला सामने आया है। डुमरा पंचायत स्थित मदरसे में शिक्षक बहाली में अपनाई जा रही प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाते अभ्यर्थी हंगामा कर रहे हैं।
मो. इस्त्राइल, मो. मिन्नतुल्ला, मो. हिदायतुल्ला, मो. शहाबुद्दीन, मो. नबील, मो. असरार आदि अभ्याíथयों ने बताया कि मदरसे में एक उर्दू शिक्षक की बहाली होनी है। मगर शिक्षा विभाग, स्कूल प्रशासन और मदरसा शिक्षा समिति की मिलीभगत से किसी भी अन्य अ‌िर्भ्यथयों का आवेदन नहीं लिया जा रहा है।
क्या है मामला
अ‌िर्भ्यथयों के अनुसार प्रावधान के मुताबिक बहाली के लिए जिस प्रखंड में नियोजन किया जाना है उसका विज्ञापन लोकल अखबारों में देना अनिवार्य है। मगर पद का विज्ञापन यहां नहीं देकर गुपचुप तरीके से पटना के एक उर्दू दैनिक संगम में छपवाया गया। संगम अखबार का प्रसार कटिहार और पटना तक ही है। ऐसा साजिश के तहत किया गया ताकि स्थानीय अ‌िर्भ्यथयों को इसकी जानकारी भी नहीं मिल सके। मदरसा बोर्ड और शिक्षा समिति की मिलीभगत से ही ये सब किया गया है। उनका ये भी कहना था कि उन्होंने इसकी शिकायत मदरसा बोर्ड से भी की थी। मगर कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। बहाली में बस खानापूíत के लिए आवेदन और साक्षात्कार की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
क्या कहते हैं लोग
पंसस जियाउद्दीन ¨मटू कहते हैं कि नई शिक्षा समिति का गठन भी अवैध तरीके से किया गया है। ग्रामीणों ने जो शिक्षा समिति का गठन किया उसको न बोर्ड से और ना ही मदरसे से मान्यता दी गई। पंसस जियाउद्दीन के अनुसार मदरसे में बच्चों की संख्या 340 तक दिखाई जा रही है जबकि हकीकत में बच्चों की संख्या नाममात्र ही है। ऐसे में शिक्षक की बहाली क्यों और किसके लिए की जा रही है ये भी जांच का ही विषय है।
क्या कहते हैं अधिकारी

मदरसे के प्रधान मो. अली हसन ने पूछने पर बताया कि आवेदन लेना शिक्षा समिति का काम है ओर वे किसी कीमत पर आवेदन नही लेंगे। वहीं शिक्षा समिति के अध्यक्ष मो. कासिम और सचिव मो. अकबर आवेदन लेने के बजाए नदारद हैं। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र मिश्र ने पूछने पर बताया कि शिक्षक बहाली में गड़बड़ी और बच्चों की कम उपस्थिति की जांच कर विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी। 

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