सिवान। बिहार में 94 हजार पदों के लिए छठे चरण का प्राथमिक शिक्षक नियोजन चल रहा है। लेकिन नियोजन में हर जिले में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जा रही हैं। कहा जा रहा है कि बिहार में शिक्षक बनने के लिए योग्यता से अधिक
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Bihar Teacher Recruitment: बिहार में बेरोजगारी, फिर भी सीटें रह जाती हैं खाली, ग्राउंड रिपोर्ट में सामने आई सच्चाई
दीनबंधु सिंह, सिवान
बिहार में 94 हजार पदों के लिए छठे चरण का प्राथमिक शिक्षक नियोजन चल रहा है। लेकिन नियोजन में हर जिले में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जा रही हैं। कहा जा रहा है कि बिहार में शिक्षक बनने के लिए योग्यता से अधिक किस्मत के साथ देने की जरूरत है। कुछ नियोजन इकाइयों में कम अंक वाले अभ्यर्थी बहाल हो रहे हैं। कहीं पर अधिक अंक होते हुए भी बहाली से वंचित होना पड़ रहा है। इन सबके बावजूद सीटें भी खाली रह जा रही हैं।शिक्षक का निलंबन वापस हो नहीं तो आंदोलन
कटिहार जिले में खाद्यान्न का जूट बोरा बेचने गए शिक्षक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद मध्याह्न भोजन योजना के बिहार निदेशक ने शिक्षक को निलंबित कर दिया है। शिक्षक को निलंबित किए जाने पर नवादा में सरकारी शिक्षकों का गुस्सा उबाल पर है।
प्रारंभिक शिक्षा के मूल ढांचे में सुधार की जरूरत
आज विभाग के पास प्राथमिक पाठशालाओं में बीएड, एमएड, एम. फिल व पीएचडी अध्यापक भी हैं, जिनके पास प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ाने का अनुभव भी है। उन्हें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में नए अध्यापकों को तैयार करने के लिए नियुक्त किया जा सकता है। प्रत्येक पाठशाला में कक्षावार अध्यापक होने के साथ-साथ नर्सरी कक्षाओं के बच्चों के लिए नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति करनी चाहिए…
शिक्षा के अधिकार कानून की हकीकत
शिक्षा किसी भी सभ्य समाज की मूलभूत आवश्यकता है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि शिक्षा से समाज को सभ्य बनाया जा सकता है। शिक्षा समाज के विकास, आर्थिक उन्नति और सार्वभौमिक सम्मान के लिए एक आवश्यक घटक है। हर नागरिक का यह मौलिक अधिकार होना चाहिए कि उसे जीने के अधिकार के रूप में शिक्षा का अधिकार भी हासिल हो।
स्कूली शिक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाएं: माता-पिता के लिए आवश्यक जानकारी
आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। इक्कीसवीं सदी में समाज के समग्र विकास के लिए एक ऐसी आबादी की आवश्यकता है जो अच्छी तरह से शिक्षित और कौशल, दृष्टिकोण और ज्ञान से सुसज्जित हो। न्यायपूर्ण और समतावादी समाज बनाने में, शिक्षा की प्रमुख भूमिका होती है।
भारत में शिक्षा का विकास
किसी भी देश के आर्थिक विकास में शिक्षा एक बहुत महत्वपूर्ण कारक है। स्वतंत्रता के शुरुआती दिनों से भारत ने हमेशा हमारे देश में साक्षरता दर में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया है। आज भी सरकार भारत में प्राथमिक और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम चलाती है।
विद्यालय शिक्षा को गुणात्मक बनाना
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय सरकार सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) तथा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) की केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से कई स्तरों पर अध्यापकों के नियमित सेवाकालीन प्रशिक्षण, नए भर्ती अध्यापकों के लिये प्रवेश प्रशिक्षण, आईसीटी कोम्पोनेंट पर प्रशिक्षण, विस्तृत शिक्षा, लैंगिक संवेदनशीलता, तथा किशोरावस्था शिक्षा सहित गुणवत्ता सुधार के लिये राज्यों तथा संघ शासित प्रदेशों की मदद करती है।
भारत में शिक्षा गुणवत्ता: चुनौतियाँ और समाधान
देश में जब शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हुआ तो 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिये यह मौलिक अधिकार बन गया। इसके अलावा शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने के लिये केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसके बावजूद शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों का अंबार लगा है तथा ऐसे उपायों की तलाश लगातार जारी रहती है, जिनसे इस क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए जा सकें। मानव संसाधन के विकास का मूल शिक्षा है जो देश के सामाजिक-आर्थिक तंत्र के संतुलन में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
शिक्षक बनने के लिए आयोजित परीक्षा में शामिल हुए 3614 अभ्यर्थी
टीजीटी परीक्षा का आयोजन रविवार को दो पालियों में हुआ। शिक्षक बनने के लिए आयोजित परीक्षा में कुल 3614 अभ्यर्थी शामिल हुए। पहली पाली में कुल 1862 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए, जबकि 228 ने परीक्षा छोड़ दी। दूसरी पाली में कुल 1978 पंजीकृत थे। इसमें से 1752 ने परीक्षा दी, 226 गैर हाजिर रहे। किसी भी जगह से गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली है।
बिहार: फर्जी डिग्री के आधार पर BDO ने अपने लोगों को बनाया शिक्षक, सबूत होने के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई
Patna: बिहार में साल 2010 में हुई शिक्षकों की बहाली सरकार के लिए सरदर्द बनी हुई है. इस दौरान बहाली में बड़े पैमाने पर फर्जी डिग्री (Fake Teachers Job) के आधार पर शिक्षकों की बहाली के आरोप लगे हैं. शिक्षक बहाली की खास बात ये रही कि इस बहती गंगा में कई रसूखदारों ने भी अपने हाथ धो लिए. सोमवार को लगे मुख्यमंत्री के जनता दरबार (CM Janta Darbar) में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है.
कटिहार में 'बोरा' बेचने वाले शिक्षक हुए निलंबित, तो अब गाना गाकर CM नीतीश से बोले-हमसे का भूल हुई..
Katihar: कटिहार में स्कूल शिक्षक को बोरा बेचना महंगा पड़ गया. बोरा बेचने का वीडियो खूब वायरल (Video Viral) हो रहा गया जिसके बाद शिक्षा विभाग ने कटिहार के मोहम्मद तमीजउद्दीन (Katihar Teacher) सस्पेंड कर दिया. वीडियो में शिक्षक बोरा बेचते नजर आ रहे हैं और बोरा इसलिए बेच रहे हैं, क्योंकि सरकार का आदेश आया था और आदेश का पालन नहीं हुआ. कार्रवाई से बचने के लिए शिक्षक ने मार्केट में बोरा बेचने का काम शुरू कर दिया लेकिन वीडियो वायरल हुआ तो शिक्षा विभाग की नींद खुली और तुरंत ही शिक्षक को निलंबित कर दिया गया. शिक्षा विभाग का आरोप है कि बच्चों पर इसका असर खराब होगा. अपने निलंबन के बाद गाना गाकर शिक्षक ने सीएम नीतीश कुमार से गुहार लगाई है.
प्रारंभिक शिक्षकों को भी एसीपी का मिले लाभ
जिला अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ कोर कमेटी की बैठक रविवार को डुमरा में हुई। इसमें प्रारंभिक शिक्षकों ने माध्यमिक शिक्षकों की तरह 10 वर्षो, 20 वर्षो व 30 वर्षो पर एसीपी का लाभ देने की मांग सरकार से की। बैठक की
शिक्षकों को अवकाश देने में भी किया जा रहा है भेदभाव
सीवान/रघुनाथपुर। नियोजित शिक्षकों को किसी भी प्रकार का अवकाश देने में भेदभाव पूर्ण नीति को अपनायी जा रही है। इसके कारण जिले के नियोजित शिक्षक काफी परेशान हैं। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के सदर
शिक्षक नियोजन: 463 पदों के लिए हजारों की उमड़ी भीड़
रहुई को छोड़ जिले की शेष 19 प्रखंड नियोजन इकाइयों में सख्त पहरे के बीच हुई काउंसिलिंग
सख्ती के बावजूद भी बिन्द नियोजन इकाई में फिर लगा हेराफेरी करने का आरोप
पंचायत नियोजन इकाईओं में उर्दू, हिन्दी, संस्कृत और अंग्रेजी विषय के शिक्षक चयनित
दूसरी चक्र में शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया 2 अगस्त से शुरू हो गयी है। हालांकि दूसरे चक्र में नगर निकाय में शिक्षक अभ्यार्थियों की काउंसिलिंग पहले चक्र में ही पूरा कर लिये जाने के कारण नहीं हो रही है। 9 अगस्त
2019 में फर्जी शिक्षक ने बिहार बोर्ड की उत्तर पुस्तिका का कर दिया मूल्यांकन, कुदरा एचएम को शो कॉज
कुदरा (भभुआ), संवाद सूत्र। BSEB, Bihar Board Result Evaluation by FAKE Teacher: बिहार बोर्ड की परीक्षा और रिजल्ट अक्सर अनिमितताओं के कारण सुर्खियों में रहते हैं। इस बार मामला एक फर्जी शिक्षक से
सीएम नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग पर जतायी नाराजगी, बोले- अब नियोजित नहीं कहिए, अब सभी सिर्फ शिक्षक हैं
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में 134 लोग फरियाद लेकर पहुंचे, जिनका सीएम ने ऑन स्पॉट निबटारा किया. सबसे ज्यादा शिकायतें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य और समाज कल्याण विभाग से जुड़ी थीं. शिक्षा विभाग में वेतन से जुड़े कुछ मामले 1980 के आसपास के आये थे. इन्हें तुरंत विभाग को देखने का आदेश सीएम ने दिया.
Career In Teaching: टीचिंग में करियर कैसे बनाएं? एजुकेशन से लेकर जॉब प्रोफाइल तक, जानें पूरी डीटेल
How To Become A Teacher: देश में शिक्षा का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, शहर से लेकर गांव तक हर जगह प्रतिवर्ष हजारों नए स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं। जिनमें पढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष शिक्षकों की नई भर्तियां भी होती हैं, जाहिर है कि इस क्षेत्र में न कभी मंदी आई है और न ही आएगी। हालांकि कोरोन के कारण यह क्षेत्र अभी जरूर प्रभावित हुआ है। शिक्षक कैसे बना जाए और उसके क्या फायदे व नुकसान है, आइए जानते हैं पूरी जानकारी।
बिहार शिक्षक नियोजन : हंगामे के बाद मोतीपुर और साहेबगंज की काउंसेलिंग रद्द
मुजफ्फरपुर. जिला स्कूल में नगर निकाय नियोजन इकाई में वर्ग एक से पांच के रिक्त पदों पर चयन के लिए हो रही काउंसेलिंग के दौरान अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया. मोतीपुर नगर परिषद नियोजन इकाई की काउंसेलिंग के लिए बने केंद्र पर दोपहर में अभ्यर्थियों ने अनियमितता का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया.