जहानाबाद (नगर) : फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर शिक्षक बने लोग स्वेच्छा से त्याग पत्र दे दें. हाइकोर्ट द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर त्यागपत्र देनेवालों पर कार्रवाई नहीं होगी, बल्कि त्यागपत्र के दिन तक का वेतन दिया जायेगा. समय सीमा के अंदर त्याग पत्र नहीं देनेवाले फर्जी शिक्षकों को जेल की हवा खानी पड़ेगी.
उक्त बातें जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना उपेंद्र सिंह ने बीइओ की बैठक में कही. उन्होंने बताया कि 21 जुलाई को नियोजित शिक्षकों से संबंधित फर्जी प्रमाणपत्रों की जांच के लिए राज्य स्तर पर सभी डीपीओ स्थापना की बैठक बुलायी गयी थी, जिसमें निगरानी विभाग के पदाधिकारी भी उपस्थित थे.