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एक आम शिक्षक : विभाग में कार्य करते हुए 11 वर्ष हो चुके है किंतु आज तक कभी भी समय पर वेतन नहीं मिला

सेवा में,
श्रीमान बिहार सरकार के मुख्यमंत्री,

,, ,, ,, शिक्षा मंत्री,
,, ,, ,, प्रधान शिक्षा सचिव,
,, ,, ,, ज़िला शिक्षा अधिकारी,
,, ,, ,, ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी,
..इत्यादि, इत्यादि।
महाशय,
निवेदन पूर्वक कहना है कि मैं संजीव समीर एक आम शिक्षक हूँ। आपके विभाग द्वारा निर्देशित सारे आदेशों/कार्यों को ससमय करता रहा हूँ। क्योंकि वो मेरा कर्त्तव्य था जिसे मैंने सहस्र स्वीकार करते हुए पूरे तन्मयता के साथ करता रहा हूँ। लेकिन महाशय आपके विभाग में कार्य करते हुए मुझे 11 वर्ष हो चुके है किंतु एक दो बार छोड़कर आज तक कभी भी समय पर वेतन नहीं मिला है। कभी 3 महीने पर, तो कभी 6 महीने पर तो कभी-कभी 12-12 महीनो पर वेतन मिलता रहा है जिसे हम वेतन नहीं एरियर कहे तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। पहले होली, दिवाली, ईद, बकरीद पर वेतन मिलने की उम्मीद रहती थी औऱ मिल भी जाती थी किन्तु अब तो पर्व त्योहार पर भी वेतन नदारद रहते हैं।
आज भी वही स्थिति आन पड़ी है 6 माह हो गए वेतन को..! अख़बारों में अक्सर छापते हैं कि “शिक्षकों को हर माह मिलेंगे वेतन” तो कभी छपता है “09 तारीख को प्रत्येक माह खाते में चले जायेंगे वेतन”, इत्यादि इत्यदि। लेकिन यह सब एक दिवा स्वप्न जैसा है! यह मामला केवल मेरा नहीं है बल्कि मेरे जैसे लाखों शिक्षकों का भी यही हाल है।
हम यह भी पूछना चाहते हैं कि आखिर भूखे प्यासे शिक्षक कितने दिनों तक शिक्षा का दान करेंगे, वेतन मिले 6-6 माह हो गए हैं। शिक्षक भी कुंठा के शिकार हो चुके है। अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो सामाजिक जिम्मेदारियां तो दूर की बात है!
वेतन नहीं मिलने के कारण राष्ट्र निर्माताओं को उनके घर में ही इज़्ज़त नहीं मिल पा रही हैं तो समाज में कोई क्या इज़्ज़त देगा? जहाँ किराना दुकान वाले, सब्जी वाले, दूध वाले, कपडे वाले, मेडिसिन वाले, के साथ साथ मकान मालिक का किराया तक बकाया है। इन सब की निगाहों में शिक्षक अपने को गुनाहगार समझते हैं और कुंठा के शिकार हो रहे हैं। वेतन के आभाव में स्कूल जाने-आने तक के किराए या अपनी खटारा गाड़ी में पेट्रोल भरने के लिए #महाजन का भी मेरे यहाँ क़र्ज़ हो चूका हैं।
ऐसी स्थिति में राष्ट्र-निर्माता कहलाने वाले शिक्षकों को आज कहीं भी मुँह छुपाने तक का जगह नहीं बचा हुआ है।
अतः श्रीमान से नम्र निवेदन है कि उपरोक्त बातों पर विचार करते हुए आप अपना कर्तव्य निभाते हुए हमलोगों को ससमय वेतन भुगतान करने की दिशा में कार्य करने की कृपा प्रदान की जाये। इसके लिए हम श्रीमान का सदा आभारी रहेंगे।
धन्यावाद
श्रीमान का विश्वासी
Tr Sanjeev Sameer
UMS बकटपुर, काँटी, मुज़0

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