Advertisement

बिहार प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2019-20 शुरू से ही विवादों में , बहाली के लिए इंतजार लंबा

मोतिहारी. बिहार प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2019-20 पुनः प्रारंभ कर पूर्ण करने के लिए शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। टीईटी-सीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक बहाली मोर्चा, बिहार के जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि बहाली के लिए इंतजार लंबा होता जा रहा है। सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए हमने भूख हड़ताल शुरू की है। बताया कि बिहार प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2019-20 शुरू से ही विवादों में रही है। इस कारण बहुत विलंब हो चुका है।

बावजूद इसके सरकार की ओर से शिक्षक अभ्यर्थियों को बहाली के लिए आश्वासन ही दिया जा रहा है। शिक्षक अभ्यर्थियों ने सरकार का ध्यानाकृष्ट करने के लिए भूख हड़ताल शुरू की है। कहा कि यदि सरकार ने बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू नहीं की तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। शिक्षक अभ्यर्थियों ने पहले ही पंचायत-पंचायत भटक कर फॉर्म भरा है। मौके पर पूर्वी चंपारण टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ के महासचिव रोहित कुमार, संयोजक विजय कुमार, जिला सचिव रत्नेश कुमार, जिला उपाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह भी थे।
शिक्षकों ने विभिन्न मांगों का ज्ञापन सीओ को सौंपा

सिकरहना| बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के तत्वावधान में शिक्षकों ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन सीओ को सौंपा है। अपने आवेदन में शिक्षकों ने मांग रखी है कि विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटरों पर प्रतिनियुक्त सभी शिक्षक विभिन्न अभावों को झेलते हुए अनुदेशित कार्यों का अनुपालन लगातार कर रहे हैं। इसलिए उनपर ध्यान देते हुए उनके विभिन्न मांगों को पूरा किया जाए। उनकी मांगों में प्रतिदिन के हिसाब से 350 रुपए का अतिरिक्त भुगतान, आकस्मिक मद में प्रत्येक केंद्र को उनके द्वारा व्यय की गई राशि का भुगतान व बीआरपी या सीआरसीसी के अनुश्रवण के दौरान व्यय की गई भोजन व उपाहार आदि की राशि की भुगतान की जाए। इसके लिए शिक्षकों का एक शिष्टमंडल सीओ से मुलाकात कर उन्हें अपना मांगपत्र सौंपा। शिष्टमंडल में रामबहादुर राम, आनंद शंकर भूषण, मो. फखरूद्दीन, मणिभूषण यादव शामिल थे।

UPTET news

Blogger templates