सीवान. हाई स्कूल की शिक्षा बच्चों को आसानी से और
सुलभ ढंग से मिल सके, इसके लिए जिले में 158 मिडिल स्कूलों को हाई स्कूलों
में अपग्रेडेउ किया गया है। इसमें पढ़ाई कराने की तैयारी की जा रही है।
हालांकि अभी कोरोना वायरस को लेकर अनलॉक चल रहा है। अनलॉक के कारण पठन-
पाठन का कार्य स्थगित है। लेकिन जैसे ही सरकार के स्तर से स्कूलों में पढ़ाई
शुरु करने का निर्देश जारी होगा। इसके साथ ही इन स्कूलों में भी पठन- पाठन
शुरु हो जाएगी। इन स्कूलों में शिक्षकों की भी प्रतिनियोजन कर दिया गया
है।
सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि जिस मिडिल स्कूल को अपग्रेडेड किया गया है। उसी मिडिल स्कूल के हेडमास्टर या प्रभारी हेडमास्टर को हाई स्कूल का भी हेडमास्टर का प्रभार दिया गया है। साथ ही अगर उस स्कूल में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक है तो वैसे शिक्षकों को हाई स्कूल में पढ़ाने के लिए जिम्मेवारी दी गई है। शिक्षक कम पड़ने पर उस स्कूल में उसी पंचायत के अन्य मिडिल स्कूलों के स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसमें गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व भाषा के शिक्षक के शामिल है।
डीईओ चंद्रशेखर राय ने शिक्षकों के प्रतिनियोजन से संबंधित पत्र जारी कर दिया है। लेकिन जारी आदेश में कहा है कि पढ़ाई शुरु होने पर आदेश जारी किया जाएगा, साथ ही इस स्कूलों में स्मार्ट क्लास भी चलेंगे। इसके लिए भी तैयारी की जा रही है। डीपीओ ने बताया कि 158 स्कूलों में इस साल एक अप्रैल से ही पढ़ाई शुरु होने वाली थी। लेकिन लॉक डाउन की वजह से स्कूल बंद हो गई।
इससे अब नई तिथि की घोषणा बाद में होगी। इन स्कूलों में से 26 मिडिल स्कूल पहले से ही अपग्रेडेउ हो गया है। लेकिन उसमें पढ़ाई शुरु नहीं हुई थी। इस साल 132 स्कूलों को अपग्रेडेड किया गया है। इन स्कूलों में से 67 स्कूलों में पठन- पाठन के लिए अतिरिक्त क्लास रूम का निर्माण के लिए राशि दी गई।
अब निर्माण का कार्य हो रहा है
डीपीओ ने बताया कि अब निर्माण का कार्य हो रहा है। इसमें से 49 स्कूलों में निर्माण कार्य पूरा हो गया है। 10 स्कूलों में फिनिशिंग का कार्य हो रहा है। जबकि आठ स्कूलों में अभी निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार प्रत्येक पंचायत में हाई स्कूलों खोलने की घोषणा की थी। जिले में 293 पंचायत है। 167 पंचायतों में हाई स्कूल नहीं थी। इससे बच्चों काे पढ़ाई करने के लिए दूसरे पंचायत में जाना पड़ता है।
सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि जिस मिडिल स्कूल को अपग्रेडेड किया गया है। उसी मिडिल स्कूल के हेडमास्टर या प्रभारी हेडमास्टर को हाई स्कूल का भी हेडमास्टर का प्रभार दिया गया है। साथ ही अगर उस स्कूल में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक है तो वैसे शिक्षकों को हाई स्कूल में पढ़ाने के लिए जिम्मेवारी दी गई है। शिक्षक कम पड़ने पर उस स्कूल में उसी पंचायत के अन्य मिडिल स्कूलों के स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसमें गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व भाषा के शिक्षक के शामिल है।
डीईओ चंद्रशेखर राय ने शिक्षकों के प्रतिनियोजन से संबंधित पत्र जारी कर दिया है। लेकिन जारी आदेश में कहा है कि पढ़ाई शुरु होने पर आदेश जारी किया जाएगा, साथ ही इस स्कूलों में स्मार्ट क्लास भी चलेंगे। इसके लिए भी तैयारी की जा रही है। डीपीओ ने बताया कि 158 स्कूलों में इस साल एक अप्रैल से ही पढ़ाई शुरु होने वाली थी। लेकिन लॉक डाउन की वजह से स्कूल बंद हो गई।
इससे अब नई तिथि की घोषणा बाद में होगी। इन स्कूलों में से 26 मिडिल स्कूल पहले से ही अपग्रेडेउ हो गया है। लेकिन उसमें पढ़ाई शुरु नहीं हुई थी। इस साल 132 स्कूलों को अपग्रेडेड किया गया है। इन स्कूलों में से 67 स्कूलों में पठन- पाठन के लिए अतिरिक्त क्लास रूम का निर्माण के लिए राशि दी गई।
अब निर्माण का कार्य हो रहा है
डीपीओ ने बताया कि अब निर्माण का कार्य हो रहा है। इसमें से 49 स्कूलों में निर्माण कार्य पूरा हो गया है। 10 स्कूलों में फिनिशिंग का कार्य हो रहा है। जबकि आठ स्कूलों में अभी निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार प्रत्येक पंचायत में हाई स्कूलों खोलने की घोषणा की थी। जिले में 293 पंचायत है। 167 पंचायतों में हाई स्कूल नहीं थी। इससे बच्चों काे पढ़ाई करने के लिए दूसरे पंचायत में जाना पड़ता है।