जिले में प्रारंभिक शिक्षक के रिक्त 1339 पदों पर बहाली के लिए एक बार
फिर आवेदन करने का अवसर दिया गया है।खास बात यह है कि इस बार एनआईओएस से 18
माह का डीएलएड करने वाले टीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों को भी आवेदन करने का
अवसर दिया गया है। जिसमें भी ऐसे अभ्यर्थी एक हजार के करीब बताए जा रहे
हैं। इधर बता दें कि गत साल सितम्बर माह में ही नियोजन की प्रक्रिया शुरू
हुई थी।
यहां तक कि नियोजन इकाईयों में आवेदन भी जमा लिया गया। कहीं-कहीं तो औपबंधिक सूची भी जारी हो गई थी। इसके बाद नियोजन की आगे की प्रक्रिया पर रोक लग गई थी। अब फिर से नियोजन की प्रक्रिया का शिड्यूल जारी किया गया है। जिससे आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को जहां राहत मिली है, वहीं 18 माह के डीएलएड कोर्स करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों को आवेदन करने का अवसर मिला है। जिससे उनके चेहरे पर खुशी देखी जा रही है।
वर्ष 2012 के रिक्त सीट पर नियोजन प्रक्रिया हुई थी शुरू: उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 के शिक्षक नियोजन के तहत ही रिक्त बची सीट पर बहाली की प्रक्रिया शुरू की गई थी। ऐसे में कई पंचायत नियोजन इकाईयों में महज एक या दो सीट ही रिक्त बताए जा रहे हैं। इधर डीईओ सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि नियोजन का शिड्यूल फिर जारी किया गया है। आवेदन लेने व नियोजन की अन्य प्रक्रिया तिथि अनुसार होगी।
पांचवी कक्षा तक में 763 हैं सीट: कक्षा एक से पांचवीं तक में 763 रिक्त सीट हैं। जिसमें उर्दू विषय के 251 रिक्त पद भी बताए गए हैं। शेष सामान्य शिक्षक के लिए है। बता दें कि जिले के 129 पंचायतों में 122 पंचायतों में ही नियोजन की प्रक्रिया हो रही हैं। अन्य पंचायतों में एक भी रिक्त सीट नहीं है।
कक्षा से आठवीं तक में 576 सीट : कक्षा छह से आठवीं के लिए विषयवार 576 रिक्त पद हंै। जिसमें गणित एवं विज्ञान विषय में 209 पद हंै। जबकि सामाजिक विज्ञान विषय में 38, हिन्दी में 124, अंग्रेजी में 38, संस्कृत विषय में 88 व उर्दू विषय में 79 पद पर बहाली की प्रक्रिया हो रही हैं। बता दें कि यह रिक्ति प्रखंड नियोजन इकाईयों में विभिन्न कोटि के हैं।
18 सितम्बर 2019 से शुरू हुई थी प्रक्रिया: पंचायत व प्रखंड नियोजन इकाईयों में गत साल 18 सितम्बर से आवेदन लेना शुरू हुआ था। बाद में नियोजन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। उस समय आवेदन जमा लेने की तिथि के बाद रोस्टर का अनुमोदन किया जा सका था। जिससे अभ्यर्थी आवेदन जमा करने के लिए नियोजन इकाईयों का चक्कर लगा रहे हैं। देर से रोस्टर अनुमोदन होने पर अभ्यर्थियों को रिक्ति कहां है के लिए इंतजार करना पड़ा था।
यहां तक कि नियोजन इकाईयों में आवेदन भी जमा लिया गया। कहीं-कहीं तो औपबंधिक सूची भी जारी हो गई थी। इसके बाद नियोजन की आगे की प्रक्रिया पर रोक लग गई थी। अब फिर से नियोजन की प्रक्रिया का शिड्यूल जारी किया गया है। जिससे आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को जहां राहत मिली है, वहीं 18 माह के डीएलएड कोर्स करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों को आवेदन करने का अवसर मिला है। जिससे उनके चेहरे पर खुशी देखी जा रही है।
वर्ष 2012 के रिक्त सीट पर नियोजन प्रक्रिया हुई थी शुरू: उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 के शिक्षक नियोजन के तहत ही रिक्त बची सीट पर बहाली की प्रक्रिया शुरू की गई थी। ऐसे में कई पंचायत नियोजन इकाईयों में महज एक या दो सीट ही रिक्त बताए जा रहे हैं। इधर डीईओ सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि नियोजन का शिड्यूल फिर जारी किया गया है। आवेदन लेने व नियोजन की अन्य प्रक्रिया तिथि अनुसार होगी।
पांचवी कक्षा तक में 763 हैं सीट: कक्षा एक से पांचवीं तक में 763 रिक्त सीट हैं। जिसमें उर्दू विषय के 251 रिक्त पद भी बताए गए हैं। शेष सामान्य शिक्षक के लिए है। बता दें कि जिले के 129 पंचायतों में 122 पंचायतों में ही नियोजन की प्रक्रिया हो रही हैं। अन्य पंचायतों में एक भी रिक्त सीट नहीं है।
कक्षा से आठवीं तक में 576 सीट : कक्षा छह से आठवीं के लिए विषयवार 576 रिक्त पद हंै। जिसमें गणित एवं विज्ञान विषय में 209 पद हंै। जबकि सामाजिक विज्ञान विषय में 38, हिन्दी में 124, अंग्रेजी में 38, संस्कृत विषय में 88 व उर्दू विषय में 79 पद पर बहाली की प्रक्रिया हो रही हैं। बता दें कि यह रिक्ति प्रखंड नियोजन इकाईयों में विभिन्न कोटि के हैं।
18 सितम्बर 2019 से शुरू हुई थी प्रक्रिया: पंचायत व प्रखंड नियोजन इकाईयों में गत साल 18 सितम्बर से आवेदन लेना शुरू हुआ था। बाद में नियोजन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। उस समय आवेदन जमा लेने की तिथि के बाद रोस्टर का अनुमोदन किया जा सका था। जिससे अभ्यर्थी आवेदन जमा करने के लिए नियोजन इकाईयों का चक्कर लगा रहे हैं। देर से रोस्टर अनुमोदन होने पर अभ्यर्थियों को रिक्ति कहां है के लिए इंतजार करना पड़ा था।