पूर्णिया. शिक्षक संघ ने प्रस्ताव पारित कर कुलपति को
अवगत किया है कि यथाशीघ्र वेतन का भुगतान किया जाए। नहीं तो संघ
आंदोलनात्मक कार्रवाई करने के लिए विवश होगा। ये बातें पूर्णिया विवि
शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार सिंह ने विज्ञप्ति जारी कर कही।
उन्होंने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय शिक्षक संघ विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली पर हतप्रभ है। उच्चतम न्यायालय एवं बिहार सरकार के आदेशों के विरुद्ध वेतन रोका गया है। यह अमानवीयता नहीं है तो क्या है? राज्य सरकार और राजभवन का स्पष्ट निर्देश है कि विवि के शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों का वेतन, पेंशन भुगतान यथाशीघ्र कर दिया जाए और इस निमित्त सरकार ने राशि का आवंटन भी कर दिया है।
इसके बाद भी लॉकडाउन में विवि प्रशासन तक शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया है। बजट सत्र 2020-21 में मार्च और अप्रैल माह के वेतन का भुगतान करना है। शिक्षा विभाग की ओर जारी चिट्ठी में निर्देशित किया गया था बिना किसी रूकावट के नियमित विश्वविद्यालय सेवकों (यथा शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी) लॉकडाउन अवधि का वेतन का भुगतान सुनिश्चित करें। बिहार सरकार और राजभवन के स्पष्ट निर्देश के बाद भी पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन वेतन भुगतान को लेकर तरह-तरह का बहाना बना रहा है।
उन्होंने कहा कि पूर्णिया विश्वविद्यालय शिक्षक संघ विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली पर हतप्रभ है। उच्चतम न्यायालय एवं बिहार सरकार के आदेशों के विरुद्ध वेतन रोका गया है। यह अमानवीयता नहीं है तो क्या है? राज्य सरकार और राजभवन का स्पष्ट निर्देश है कि विवि के शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों का वेतन, पेंशन भुगतान यथाशीघ्र कर दिया जाए और इस निमित्त सरकार ने राशि का आवंटन भी कर दिया है।
इसके बाद भी लॉकडाउन में विवि प्रशासन तक शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया है। बजट सत्र 2020-21 में मार्च और अप्रैल माह के वेतन का भुगतान करना है। शिक्षा विभाग की ओर जारी चिट्ठी में निर्देशित किया गया था बिना किसी रूकावट के नियमित विश्वविद्यालय सेवकों (यथा शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी) लॉकडाउन अवधि का वेतन का भुगतान सुनिश्चित करें। बिहार सरकार और राजभवन के स्पष्ट निर्देश के बाद भी पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन वेतन भुगतान को लेकर तरह-तरह का बहाना बना रहा है।