मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार ने कहा कि जो लोग दूसरी जगह काम करने गये थे, वे सेवा करने
गये थे. लेकिन दूसरे राज्यों के लोगों व कंपनियों ने मुसीबत में इनका ध्यान
नहीं रखा. यह बहुत दुखद है. उन्होंने कहा कि जो लोग यहां रह रहे हैं और
जो लोग बाहर से लौटे हैं, सभी के रोजगार के लिए यहीं व्यवस्था की जा रही
है, ताकि किसी को मजबूरी में बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े.
अगर कोई अपनी इच्छा से बाहर जाता है, तो वह दूसरी बात है. मुख्यमंत्री बुधवार को कोरोना उन्मूलन के लिए जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने त्रि-स्तरीय पंचायती राज और नगर निकायों के प्रतिनिधियों समेत आम नागरिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया. उनके संबोधन को पहली बार फेसबुक समेत अन्य सभी सोशल मीडिया पर भी लाइव किया गया था.
अगर कोई अपनी इच्छा से बाहर जाता है, तो वह दूसरी बात है. मुख्यमंत्री बुधवार को कोरोना उन्मूलन के लिए जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने त्रि-स्तरीय पंचायती राज और नगर निकायों के प्रतिनिधियों समेत आम नागरिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया. उनके संबोधन को पहली बार फेसबुक समेत अन्य सभी सोशल मीडिया पर भी लाइव किया गया था.
विधानसभा
चुनाव के पूर्व राज्य सरकार 90 हजार से अधिक प्राथमिक शिक्षकों की नियोजन
प्रक्रिया को पूरा कर लेगी. इस क्रम में बुधवार को शिक्षा विभाग ने नियोजन
को लेकर विधि विभाग को भेजा गया प्रस्ताव वापस ले लिया. प्राथमिक शिक्षा
निदेशक डॉ रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि छठे चरण के इस नियोजन प्रक्रिया का
नया शेड्यूल इसी सप्ताह जारी कर दिया जायेगा. इसमें 18 महीने का डीएलएड
करने वालों को आवेदन के लिए 30 दिनों का समय दिया जायेगा. राज्य सरकार की
कोशिश है कि अगस्त तक नियोजन प्रक्रिया हर हाल में पूरी कर ली जाये.
सीएम
ने कोरोना संकट से निबटने के लिए बुधवार को किये फेसबुक लाइव कार्यक्रम
में कहा कि कोरेंटिन केंद्रों में रखे गये लोगों के लिए सरकार की तरफ से
औसतन प्रति व्यक्ति 5,300 रुपये व्यय किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि
मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत अब तक 20 लाख से अधिक लोगों को
प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये की मदद दी गयी है. इसके अलावा कोविड के दौरान
राज्य सरकार ने लोगों को सभी तरह की सहायता प्रदान करने में 8,538 करोड़,
52 लाख रुपये खर्च किये हैं. बाहर से आने वाले लोगों को न्यूनतम 500 व
अधिकतम एक हजार रुपये की सहायता दी जा रही है. इसके अलावे 12 लाख, 35 हजार
किसानों को फसल क्षति अनुदान के तहत 417 करोड़ दिये जा चुके हैं.
सीआइएसएफ
का फर्जी सब इंस्पेक्टर बनकर रिटायर्ड बीएमपी के दारोगा की बेटी से 12 लाख
रुपये लेकर शादी रचाने मामले में युवक को गिरफ्तार किया गया है. युवक
भगवानपुर थाना क्षेत्र के ओरगांव का रहनेवाला है. इधर, घटना को लेकर राज
खुलने पर कुदरा थाना क्षेत्र के राम डिहरा गांव निवासी व रिटायर्ड बीएमपी
के सब इंस्पेक्टर की बेटी ने महिला थाने में आरोपित पति व पति के बड़े भाई
सहित पांच लोगों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी का आवेदन दिया है. पीड़िता ने
बताया कि शादी की बात चल रही थी. इसी दौरान जब उसके पिता द्वारा सीआइएसफ
के ड्रेस में फोटो दिखायी गयी.आइडी कार्ड भी दिखाया कर बताया कि युवक
सीआइएसफ में सब इंस्पेक्टर है. इसके बाद 11 जून 2019 को उसके पिता ने 12
लाख रुपये उपहार देकर शादी कर दी.
भागलपुर
: जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीज की संख्या घटने का नाम नहीं ले रहा है.
मंगलवार को एक ओर जहां कोरोना पॉजिटिव 16 मरीज मेडिकल कॉलेज अस्पताल से ठीक
होकर अपने घर गये. वहीं दूसरी और बुधवार को एक बार फिर 10 कोरोना पॉजिटिव
मरीज मिल गये. इन मरीजों के मिलने के बाद जिले में पॉजिटिव मरीजों की
संख्या बढ़ कर 208 हो गयी है. जितने भी मरीज मिले है उनमें से लगभग सभी
प्रवासी हैं. सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेन से भागलपुर पहुंचे हैं. कोई दिल्ली
से तो कोई महाराष्ट्र व गुजरात की यात्रा कर भागलपुर पहुंचा है.
हाइकोर्ट
ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित की गयी 65वीं संयुक्त
प्रतियोगिता प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम को चुनौती देने वाली रिट याचिका
को बुधवार को खारिज कर दिया. न्यायाधीश चक्रधारी शरण सिंह की एकलपीठ ने
निकेश कुमार सांवरी सहित अन्य कई उम्मीदवारों की ओर से दायर रिट याचिका पर
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी पक्षों को सुनने के बाद याचिका को
खारिज कर दिया.