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अतिथि शिक्षक के लिए 19 विद्यालयों ने भेजी रिक्ति

 पूर्णिया। प्लस टू विद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की बहाली को लेकर विद्यालयों से रिक्ति आने लगी है। डीपीओ स्थापना कार्यालय में फिलहाल 19 विद्यालयों ने अपने यहां की रिक्ति भेजी है।
इनमें अधिकांश विद्यालयों में सभी पद रिक्त हैं। सिर्फ एक विद्यालय उवि चांदीरजीगंज में सिर्फ अंग्रेजी विषय में शिक्षक नहीं हैं वहीं बीबीएम में स्वीकृत छह में चार पद रिक्त है। इसके अलावा प्लस टू उवि बायसी, जेएलएनएस गुलाबबाग, राजकीयकृत उमावि कंजिया, उमावि रूपौली, राजा पृथ्वीचंद उवि, प्रोउमावि बायसी, एमएमआरडी उवि अमारी, प्रोजेक्ट बाउवि रानीपतरा, प्रो मांगी लाल उवि भवानीपुर, उवि कसबा, शंकर उवि औराही गो¨वदपुर, अनचित साह उमावि बैलोरी, प्रोजेक्ट गोकुलपुर, उमावि ढ़ोढ़ाई पिपरा, प्रोजेक्ट बीकोठी, दुर्गा उमावि मोगलिया पुरंदहा एवं श्यामा उमावि भटोत्तर बीकोठी से रिक्ति आई है।
रिक्त पदों पर राज्य के अर्हताधारी बेराजगार युवक-युवतियों की सेवा अतिथि शिक्षक के रूप में ली जाएगी। विद्यालयों में स्वीकृत एवं रिक्त पदों पर अंग्रेजी, गणित, भौतिकी, रसायनशास्त्र, जीवविज्ञान एवं प्राणीशास्त्र विषय के लिए अतिथि शिक्षकों की सेवा निर्धारित पारिश्रमिक पर ली जाएगी। इसके लिए निर्धारित अर्हता में किसी मान्यता प्राप्त विवि से संबंधित विषय में 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर की योग्यता एवं राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद अधिनियम लागू होने के पूर्व मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण संस्था से बीएड अथवा अधिनियम लागू होने के बाद राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण संस्था से बीएड की डिग्री है। माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (पेपर टू) में उत्तीर्णता प्राप्त अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी। गणित, रसायनशास्त्र एवं भौतिकी विषयों के लिए योग्य अभ्यर्थी की अनुपलब्धता की स्थिति में अर्हता न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ बीटेक अथवा एमटेक की होगी।

--राजकीय, राजकीयकृत एवं उत्क्रमित स्कूलों में होगी सेवा--

अतिथि शिक्षकों की सेवा माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत जिला परिषद एवं विभिन्न नगर निकायों में उवस्थित राजकीय, राजकीयकृत एवं राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक नियोजन होने तक स्वीकृत एवं रिक्त पदों पर ली जाएगी। इसका मुख्य उद्धेश्य संबंधित विषयों में सहायक शिक्षकों की आवश्यकतानुसार अनुपलब्धता के कारण इन शिक्षकों से संपूर्ण पाठ्यक्रम के अध्यापन कार्य को पूरा करना है। अतिथि शिक्षकों की सेवा स्वीकृत पद के विरूद्ध आरक्षण नियमों का पालन करते हुए ली जाएगी। इसके लिए विद्यालयवार रिक्त पदों को जुटाकर आरक्षण रोस्टर तैयार कर उसके अनुमोदन के पश्चात संबंधित हाइस्कूलों को भेजा जाएगा। अतिथि शिक्षक विद्यालय में शिक्षक के नियोजन होने तक कार्यरत रहेंगे। विद्यालयों में वर्तमान छात्र संख्या के आधार पर अतिथि शिक्षकों केा एक हजार रूपये प्रति कार्यदिवस की दर से अधिकतम 25 दिन का 25 हजार रूपये प्रतिमाह पारिश्रमिक निर्धारित किया गया है।

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