बिहारशरीफ : शिक्षकों को समय पर वेतन भुगतान के लिए शिक्षा विभाग
द्वारा कंप्रीहेंसिव फंड मैनेजमेंट सिस्टम (सीएफएमएस) प्रणाली लागू की जा
रही है. सीएफएमएस के पूरी तरह लागू हो जाने से शिक्षकों को समय पर वेतन का
भुगतान सीधे पटना कार्यालय से ही कर दिया जायेगा. इससे जहां जिले के
शिक्षकोंको नियमित वेतन भुगतान संभव हो पायेगा वहीं जिला कार्यालय में
अनावश्यक होने वाली देरी से भी मुक्ति मिल जायेगी.
इसी के तहत शिक्षा विभाग द्वारा निकासी व व्ययन पदाधिकारी का पद
समाप्ति करने की बड़ी कार्रवाई भी की गयी है. नये नियम के अनुसार प्रारंभिक
विद्यालयों के लिए निकासी व व्ययन पदाधिकारी का कार्य स्थापना विभाग के
डीपीओ देखेंगे जबकि 9 वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यालयोंके लिए योजना
लेखा विभाग के डीपीओ द्वारा निकासी व व्ययन पदाधिकारीका कार्य किया जायेगा.
ट्रेनिंग कॉलेजों के शिक्षकों का वेतन भुगतान के लिए डायट नूरसराय की
प्राचार्या को डीडीसी बनाया गया है. मई महीने से ही जिले के शिक्षकों का
वेतन भुगतान नये नियम के अनुसारशुरूहोजायेगा. प्रभारी शिक्षा पदाधिकारी जय
बनर्जी द्वारा संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों तथा प्रखंड शिक्षा
पदाधिकारियों को आवश्यक दस्तावेजों को दुरूस्त करने का निर्देश दिया गया
है.
विशेष फाॅर्मेट में शिक्षकों को देनी होगी जानकारी
कंप्रीहेंसिव फंड मैनेजमेंट सिस्टम (सीएफएमएस) को लागू करने के
लिएविभाग द्वारा 74 कॉलम का फाॅर्मेट जारी किया गया है. प्रत्येक शिक्षक को
यह फार्मेट पूरी तरह से भर कर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पास जमा कराया
जाना है. प्रखंडशिक्षा पदाधिकारी द्वारा इसे जिला शिक्षा कार्यालय तथा जिला
शिक्षा कार्यालय से राज्यकार्यालय को उपलब्ध कराया जायेगा.
इस फार्मेट में शिक्षक से संबंधित तमाम जानकारियां अंकित की जायेगी.
जानकारियों में नाम, पता, योग्यता, मोबाइल नंबर, पैन कार्ड आदि के साथ-साथ
खाता संख्या, बेसिक पे, ग्रेड पे तथा विभिन्न प्रकार के एलाउन्स आदि शामिल
है. इन्हें शिक्षक के द्वारा सही-सही भर कर जमा करना आवश्यक है. अन्यथा
वेतन भुगतान में बाधा आ सकती है.