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इंतजार हुआ खत्म, गुरुजी को अब मिलेगा प्रमोशन

लखीसराय। अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो जल्द ही लखीसराय जिले के मध्य विद्यालय में हेडमास्टर बनने का सपना देख रहे गुरुजी का सपना पूरा हो जाएगा।इसके लिए सरकारी कवायद शुरू कर दी गयी है। जानकारी के अनुसार जिले में कुल 286 मध्य विद्यालय में 140 प्रधानाध्यापक का पद रिक्त है।
इन विद्यालयों में नियोजित शिक्षक विद्यालय का संचालन कर रहे हैं। अनुभव की कमी, गुटबाजी एवं ग्रामीण राजनीति के कारण दर्जनों विद्यालय की स्थिति ठीक नहीं है। कई विद्यालयों में तो प्रभार को लेकर विद्यालय के शिक्षकों के बीच ही घमासान जारी है। ऐसे में सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा नई प्रोन्नति नियमावली 2018 लागू कर दी गयी है। जिसके तहत मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक के रिक्त पद भरे जाने हैं। नई नियमावली में सरकार ने प्रमोशन के लिए शिक्षकों के सेवाकाल अवधि एवं योग्यता के नियमों में बदलाव किया है।जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मुनींद्र झा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर नई प्रोन्नति नियमावली 2018 के तहत अविलंब जिले में शिक्षकों को प्रोन्नति देने की मांग की थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए डीईओ सुनयना कुमारी ने आदेश जारी कर डीपीओ स्थापना को प्रोन्नति के लिए शिक्षकों से आवेदन प्राप्त करने का निर्देश दिया। जिसके तहत जिले के अहर्ता प्राप्त शिक्षक संबंधित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पास 26 अप्रैल तक आवेदन जमा करेंगे। इसके बाद बीईओ समेकित सूची बनाकर डीईओ को सौपेंगे। फिर जिला स्तरीय प्रोन्नति समिति इस पर मुहर लगाएगी। जानकारी के अनुसार जिले के हलसी प्रखंड में 30, पिपरिया में 17, रामगढ़ चौक में 20, सूर्यगढ़ा में 20, लखीसराय में 6, बड़हिया में 16, चानन में करीब 15 प्रधानाध्यापक का पद रिक्त है। इससे पहले वर्ष 2016 में तत्कालीन डीपीओ स्थापना श्याम बाबू राम के कार्यकाल में 146 शिक्षकों को प्रोन्नति दी गयी थी। इसके बाद शेष पद रिक्त रह गए थे। नई नियमावली में शिक्षकों के लिए छूट स्नातक वेतनमान में कार्यरत एवं स्नातकोत्तर डिग्रीधारी शिक्षकों के चार वर्ष सेवा पूरा होने पर प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति मिलती थी। नए नियमावली के कंडिका 14 में शिक्षकों को दी गयी छूट के अनुसार वैसे शिक्षक जो स्नातक वेतनमान में कार्यरत हैं। जिनकी डिग्री स्नातकोत्तर की है। उन्हें स्नातक वेतनमान में मात्र एक वर्ष की सेवा पूरी करने पर प्रोन्नति मिलेगी। साथ ही जो शिक्षक स्नातकोत्तर नहीं हैं उन्हें भी स्नातक वेतनमान में चार वर्ष की सेवा पूरी होने पर हेडमास्टर की प्रोन्नति मिलेगी। क्या कहते हैं पदाधिकारी

प्रोन्नति, स्थानांतरण एवं अनुशासनिक कार्रवाई समिति अब एक साथ काम करेगी। पूर्व में प्रोन्नति के लिए अलग समिति थी। जिले में मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक के रिक्त पद जल्द भरे जाएंगे। इसके लिए सभी प्रखंडों में बीईओ को आवेदन लेने का आदेश दिया गया है। आवेदन प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सुनयना कुमारी, डीईओ, लखीसराय

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