मोतिहारी : जिले के संग्रामपुर प्रखंड में फर्जी शिक्षक बहाली व
अप्रशिक्षित को प्रशिक्षित दिखाने के मामले सहित अन्य 85 शिक्षकों के
फोल्डर कागजात में छेड़छाड़ मामले की जांच क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक
मुजफ्फरपुर करेंगे. मामले को ले बीइओ ने डीइओ के साथ आरडीडी को भी पत्र लिख
फर्जी हस्ताक्षर की जानकारी दी है.
मामले में तत्कालीन बीआरपी के कार्यों की भी जांच होगी. मामले
को ले आरडीडी ब्रजेश ओझा ने डीइओ को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर बीइओ ने
आवेदन दिया तो इसकी तत्काल जांच करनी चाहिए थी. जांच न करना भी लापरवाही का
द्योतक है. बहाली मामले में डीइओ और डीपीओ स्थापना के भूमिका की भी जांच
होगी. इनलोगों से कुछ बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगा गया है. जांच एक सप्ताह के
अंदर शुरू की जायेगी. श्री ओझा ने कहा कि पूर्वी चंपारण में फर्जी बहाली
में कई लोगों के चिह्नित होने के बाद भी विभागीय स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं
की जा रही है. डीइओ कार्यालय के कुछ कर्मियों की भूमिका से इंकार नहीं
किया जा सकता.
उनलोगों की संलिप्तता की भी जांच की जायेगी कि चिह्नित होने के बाद भी
शिक्षकों पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई. चिह्नित शिक्षकों का वेतन भुगतान हो
रहा है या नहीं इसकी भी जांच होगी. मामला गंभीर है. नियोजन की जांच
निगरानी स्तर पर भी हो रही है. ऐसे में अधिकारी लापरवाही करते है तो बख्शे
नहीं जायेंगे. यहां बता दें कि फर्जी शिक्षक नियोजन मामले को प्रभात खबर
दैनिक ने एक सप्ताह के अंदर चार बार प्रमुखता से छापी है, जिसके बाद आरडीडी
ने मामले को संज्ञान में लिया है.
संग्रामपुर में फर्जी शिक्षक बहाली व लाखों के भुगतान का है मामला
बीआरपी व शिक्षा कार्यालय के कर्मी की भूमिका की होगी जांच
बीइओ ने कहा, फर्जी हस्ताक्षर पर भुगतान व नियोजन का है खेल
डीइओ और डीपीओ से उपनिदेशक ने मांगी कुछ बिंदुओं पर रिपोर्ट