मधेपुरा : व्यवसायिक पाठयक्रम का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर
बेहतर छात्रों का निर्माण करना है, जो रोजगार प्राप्त कर सके. इस संबंध में
मिशन मोड में सभी महाविद्यालय कार्य करें. अपने कॉलेज में चल रहे बीएड,
बीसीए व बीबीए के लिए बेहतर शिक्षक रखें. किसी भी सूरत में पठन-पाठन में
कोई कोताही न हो. कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय ने शुक्रवार को बीएड, बीसीए
व बीबीए आदि सभी व्यावसायिक व स्ववित्तपोषित कोर्सों के सुचारू संचालन के
लिए संबंधित अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की एक उच्चस्तरीय
बैठक को संबोधित करते हुए ये बातें कही. कुलपति-कार्यालय में आयोजित इस
बैठक में निर्णय लिया गया
कि विवि के प्रतिनिधि सभी प्रबंध समिति में नामित किये जायेंगे. वहीं
अन्य कोर्सों की तरह ही बीएड, बीसीए व बीबीए कोर्सों में भी नियमित कक्षाएं
सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये. कुलपति ने कहा कि एनसीटीइ रेग्युलेशन
2014 के तहत शिक्षक व कर्मी की नियुक्ति इन कोर्स के लिए की जायेगी. इस
बाबत उन्होंने रिक्ति रहने वाले महाविद्यालय को विज्ञापन देने का भी
निर्देश दिया.
इपीएफ एकाउंट खोलने का दिया निर्देश
बैठक में निर्देश दिया गया कि बीएड, बीसीए व बीबीए के शिक्षक व
कर्मियों का इपीएफ एकाउंट खोला जाय. इपीएफ काट कर इस खाते में जमा करें.
वहीं विशेष रूप से बीएड, बीसीए व बीबीए से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर
चर्चा हुई और तत्संबंधी निर्णय लिए गये. जहां भी आवश्यक होगा बीएड
पाठ्यक्रमों के लिए शिक्षकों का चयन नियम संगत तरीके से किया जाएगा. बीसीए व
बीबीए पाठ्यक्रमों में संविदा पर शिक्षक रखे जाएंगे और उन्हें एक
निर्धारित मानदंड दिये जाएंगे. ये शिक्षक किसी एक ही कॉलेज से संबंद्ध
रहेंगे. ऐसा कक्षा के प्रति उनकी निष्ठा बढ़ाने और उन्हें अनावश्यक भागदौड़
से बचाने के लिए किया गया है.
बैठक में प्रतिकुलपति प्रोफेसर डा फारूक अली, डीएसडब्लू डा अनिल कांत
मिश्र, महाविद्यालय निरीक्षक (विज्ञान) डा अरुण कुमार, महाविद्यालय
निरीक्षक (कला व वाणिज्य) शैलेंद्र कुमार, टीपी कॉलेज मधेपुरा के
प्रधानाचार्य डा एचएलएस जौहरी, एमएलटी कॉलेज सहरसा के प्रधानाचार्य डा केपी
यादव, रमेश झा महिला कॉलेज सहरसा की प्रधानाचार्या डा रेणु सिंह, आरएमसी
कॉलेज सहरसा के प्राचार्य डा आरबी झा, बीएसएस कॉलेज सुपौल के प्रधानाचार्य
डा संजीव कुमार आदि उपस्थित थे.