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Muzaffarpur News: TRE-4 रोस्टर में लापरवाही पर DM का सख्त एक्शन, DEO कार्यालय के सभी कर्मी होंगे दूसरे जिलों में स्थानांतरित

 जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर।

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की चतुर्थ चरण शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE-4) के रोस्टर अनुमोदन में गंभीर लापरवाही जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय को भारी पड़ गई। रोस्टर संबंधी जानकारी के अभाव और कार्यालय के असहयोगात्मक रवैये के कारण समय पर अनुमोदन नहीं कराया जा सका।

मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने जिला शिक्षा कार्यालय के सभी कर्मचारियों को दूसरे जिलों में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। वहीं, संबंधित संचिका प्रभारी के खिलाफ प्रपत्र ‘क’ में आरोप गठित कर अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। डीएम के इस फैसले से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।


पहली बार सामूहिक तबादले का आदेश

बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग में यह पहली बार है, जब इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों के सामूहिक स्थानांतरण का आदेश दिया गया है।
रोस्टर बिंदुओं के अनुसार जिले में उपलब्ध रिक्तियों का प्रतिवेदन शिक्षा विभाग, बिहार (पटना) को भेजा जाना था। विभाग की ओर से लगातार फॉलो-अप के बावजूद जिला स्तर पर रोस्टर का अनुमोदन नहीं कराया जा सका।


समीक्षा में सामने आई गंभीर लापरवाही

जिलाधिकारी ने 11 दिसंबर को कार्य प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान सामने आया कि—

  • जिला शिक्षा कार्यालय के कर्मी

  • जिलास्तरीय टीम को अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे थे

इसके बाद 12 दिसंबर को रोस्टर अनुमोदन के लिए सभी संबंधित कर्मियों को उपस्थित रहने का आदेश दिया गया, लेकिन इसके बावजूद रोस्टर को अंतिम रूप देकर डीएम के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया।


लिपिक की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई

समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा कार्यालय के लिपिक जितेंद्र कुमार से रोस्टर की अद्यतन स्थिति पूछी, लेकिन वे संतोषजनक जानकारी नहीं दे सके। जांच में यह भी पाया गया कि—

  • उन्हें रोस्टर कार्य की समुचित जानकारी नहीं थी

  • वे अपने दायित्वों के प्रति गंभीर नहीं थे

इसके बाद डीएम ने—

  • लिपिक जितेंद्र कुमार सहित

  • जिला शिक्षा कार्यालय के सभी 38 कर्मचारियों को जिला मुख्यालय से बाहर स्थानांतरित करने

  • और लिपिक के खिलाफ प्रपत्र ‘क’ में अनुशासनिक कार्रवाई का आदेश दिया

इन आदेशों के अनुपालन की रिपोर्ट डीईओ से मांगी गई है।


प्रतिनियोजन मामले में भी सख्ती

TRE-4 रोस्टर समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी को यह भी जानकारी मिली कि जिला शिक्षा कार्यालय में शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया गया है।
इस क्रम में—

  • आदर्श मध्य विद्यालय, सरैयागंज के प्रधानाध्यापक मनोज दुबे, जो DEO कार्यालय में प्रतिनियुक्त थे,

  • वे डीएम के समक्ष विलंब से उपस्थित हुए

इस पर डीईओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने—

  • सभी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से रद्द करने

  • और संबंधित विद्यालयों में योगदान सुनिश्चित कराने का आदेश दिया है


निष्कर्ष

TRE-4 शिक्षक भर्ती जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही को जिलाधिकारी ने बेहद गंभीर माना है। DEO कार्यालय के खिलाफ की गई यह सख्त कार्रवाई शिक्षा विभाग के लिए स्पष्ट चेतावनी है कि भविष्य में किसी भी स्तर पर उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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