पटना — बिहार शिक्षा विभाग का एक पत्र इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) का वेतन रोके जाने का जिक्र है। पत्र सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
क्यों रोका गया बीईओ का वेतन
वायरल पत्र के अनुसार संबंधित बीईओ पर कार्यालयीन कार्यों में लापरवाही और विभागीय निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप है। विभाग का कहना है कि समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत न करने और आवश्यक कार्रवाई लंबित रखने के कारण यह कदम उठाया गया।
पत्र के वायरल होते ही बढ़ी चर्चा
जैसे ही पत्र सोशल मीडिया पर सामने आया, शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच इसकी चर्चा तेज हो गई। कई लोग इसे अनुशासनात्मक कार्रवाई का सख्त उदाहरण बता रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि बिना पूरी जांच के वेतन रोकना गलत है।
शिक्षा विभाग का सख्त संदेश
इस कार्रवाई के जरिए शिक्षा विभाग ने स्पष्ट संकेत दिया है कि:
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लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
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निर्देशों का पालन अनिवार्य है
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समयबद्ध कार्य न करने पर सख्त कार्रवाई होगी
विभागीय सूत्रों के अनुसार, यह कदम अन्य अधिकारियों के लिए भी चेतावनी माना जा रहा है।
जांच और स्पष्टीकरण की प्रक्रिया
बताया जा रहा है कि संबंधित बीईओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब मिलने के बाद ही वेतन जारी करने पर निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल मामले की आंतरिक जांच जारी है।
अधिकारियों में बढ़ा दबाव
इस घटना के बाद जिले के अन्य बीईओ और शिक्षा अधिकारियों में भी दबाव बढ़ गया है। अब सभी अधिकारी विभागीय कार्यों और रिपोर्टिंग को लेकर अधिक सतर्क नजर आ रहे हैं।