मुजफ्फरपुर। जीविका समूह से स्कूलों के निरीक्षण के खिलाफ जिला प्राथमिक
शिक्षक संघ ने बिगुल फूंक दिया है। सरकार के इस फैसले के खिलाफ उच्च
न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। निरक्षर व्यक्तियों से स्कूलों के
निरीक्षण से शिक्षकों के स्वाभिमान पर असर पड़ रहा है।
संघ के कार्यकारी अध्यक्ष वैद्यनाथ पाठक, प्रधान सचिव राज किशोर तिवारी, संयुक्त प्रधान भूप नारायण पाडेय, उप प्रधान सचिव रघुवंश प्रसाद सिंह और राम निवास सिंह ने कुढ़नी, कटरा, मुशहरी एवं कांटी प्रखंड के विभिन्न स्कूलों का दौरा किया। इस दौरान पाया गया कि जीविका समूह द्वारा स्कूलों का निरीक्षण करने से अनावश्यक रूप से गतिरोध उत्पन्न हो गया है। समूह के कतिपय सदस्य ऐसे हैं जो न केवल निरक्षर, बल्कि स्थानीय राजनीति से प्रेरित हैं। साथ ही प्राइवेट संस्था में कार्य करने वाले हैं। संघ ने फैसला लिया कि राज्य संघ अपने स्तर से सरकार पर दबाव बनाकर जीविका समूह द्वारा निरीक्षण की व्यवस्था समाप्त कराने की दिशा में काम करे। इस दिशा में सफलता नहीं मिलती है तो राज्य संघ सरकार के उक्त निर्णय के खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर करे।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के वेतन, दक्षता एवं संबर्द्धन के बकाए वेतन भुगतान की दिशा में कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है। इससे शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। संघ ने शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि एक सप्ताह के अंदर ठोस कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा।
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शिक्षक नेताओं ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के वेतन, दक्षता एवं संबर्द्धन के बकाए वेतन भुगतान की दिशा में कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है। इससे शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। संघ ने शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि एक सप्ताह के अंदर ठोस कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा।
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