Advertisement

राजद में हैं सूबे के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी

मोतिहारी। शहर का राजकीय मध्य विद्यालय बड़ा बरियारपुर। बुधवार को दैनिक जागरण की टीम ने यहां की शिक्षण व्यवस्था जायजा लिया। टीम ने देखा कि वर्ग का संचालन हो रहा था। वर्ग छठे में प्रवेश करने पर मिले शिक्षक विरेश प्रसाद। वे बच्चों को पढ़ाने में लगे थे। पूछने पर बताया कि वे गेम टीचर है।
जागरण सवाल किया- जिला के खेल पदाधिकारी कौन है? शिक्षक ने जवाब दिया- शैलेन्द्र मिश्र बाबा। फिर संभालते हुए कहा- शैलेन्द्र मिश्र बाबा जिला खेल प्रभारी है। उनसे जिला के पूर्व के किसी भी खेल पदाधिकारी का नाम पूछा गया तो इसका भी जवाब नहीं मिल सका। सातवीं कक्षा में नाम मात्र की उपस्थिति के बीच एक शिक्षिका बच्चों को पढ़ाने में जुटी थीं। चौदह के स्पे¨लग का जवाब तो सही दिया। लेकिन जब यह पूछा गया कि बिहार के शिक्षा मंत्री कौन है तो इसका जवाब नहीं दे सकी। वर्ग आठवें में प्रवेश करने पर शिक्षिका ने तो बिहार के शिक्षा मंत्री का नाम सही बता दिया। लेकिन यह पूछा गया कि मंत्री अशोक चौधरी किस दल में है तो जवाब मिला- राजद में। वर्ग आठ की एक छात्रा से पूछा गया कि गांधी जी चंपारण कब आए थे तो जवाब दिया- 1914 में। इसी वर्ग के एक छात्र को राष्ट्रीय तिरंगा के सबसे उपरी कलर का ज्ञान नहीं था।
कहती हैं प्राचार्य
- फोटो 24 एमटीएच 21
विद्यालय की एचएम कुमारी उषा सिन्हा ने कहा कि विद्यालय में जो व्यवस्था है उसमें सही से अध्ययन कराया जाता है। बच्चों को शिक्षा का ज्ञान दिया जाता है।
437 छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए 10 शिक्षक
विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 437 है लेकिन उपस्थिति 100 से 175 के बीच ही होती है। बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कुल संख्या 10 है। इसमें महिला शिक्षिकाओं की संख्या सात व पुरूष शिक्षकों की संख्या तीन है। एक शिक्षक शमशेर प्रतिनियुक्ति पर है तो एक शिक्षक रजनीकांत कोर्डिनेटर बन गए है। इस कारण फिलहाल कार्यरत शिक्षकों की संख्या आठ है।
फोन पर दिए गए सुझाव
शिक्षा व्यवस्था में हो सुधार
दैनिक जागरण द्वारा शुरू किये गए इस कॉलम पर कई लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी। इस अभियान को ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों में चलाने के साथ ऐसे शिक्षकों के उपर कार्रवाई करने पर भी बल दिया गया। प्रस्तुत है लोगों के सुझाव।
- रक्सौल मध्य विद्यालय के पूर्व एचएम सह रामगढ़वा के पटनी निवासी हरिनारायण ¨सह ने कहा कि दैनिक जागरण का यह कॉलम देखकर काफी अच्छा लगा। जागरण ने जो काम किया है उसे आगे भी चलाने की जरूरत है। शिक्षक डेली रूटीन में महत्वपूर्ण बातों को याद रखे। वर्तमान स्थिति को देखते हुए शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार की जरूरत है।
- बंजरिया प्रखंड के अजगरी गांव निवासी रामचंद्र साह ने कहा कि जब शिक्षिका को कुछ नहीं आता है तो बच्चों को कैसा ज्ञान बाटेंगे।
- रघनाथपुर निवासी रत्नेश कुमार ने कहा कि आपरेशन की जितनी तारीफ की जाए कम है। विद्यालय का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक है लेकिन तीन बजे ही विद्यालय में ताला लटक जाता है।
- मोतिहारी के मठिया डीह निवासी जितेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि ऐसे शिक्षकों के उपर विभाग को कार्रवाई करनी चाहिए।
- हरसिद्धि के नारायण अग्रवाल ने कहा कि यह पहल काफी सराहनीय है। अभियान को प्रखंडों में भी चलाया जाए।
- सरोत्तर के श्रीकांत पाण्डेय ने कहा कि प्रारंभिक व उच्च विद्यालयों की पढ़ाई काफी खराब हो चुकी है। इस अभियान को यहां भी चलाने की जरूरत है। विद्यालयों में बेंच नहीं है। शिक्षक केवल आते है। पढ़ाते नहीं है। इसपर जनप्रतिनिधि भी ध्यान नहीं देते है।
- चकिया के बरमदिया निवासी नंदकिशोर पाठक ने कहा कि अभियान बहुत बढि़या है। शिक्षकों को कितनी जानकारियां है वह सामने आ रहा है। अब शिक्षक भी तैयारी करेंगे। बहाली की प्रक्रिया सरकार ने अगर सही से अपनाई होती तो आज यह देखने को नहीं मिलता।
- पकड़ीदयाल के रंजीत कुमार ने कहा कि उनके प्रखंड क्षेत्र में अवस्थित विद्यालयों में भी इस अभियान को चलाया जाए।
- मधुबन के रामाशंकर प्रसाद गुप्ता ने कहा कि अभियान सराहनीय है। इसे मोतिहारी तक ही सीमित नहीं रखे ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसे चलाया जाए।
- लखौरा के नरेश कुमार ने कहा कि अभियान अच्छा लगा। सरकारी शिक्षक को शिक्षा का ज्ञान नहीं है तो बच्चों का क्या होगा।
- कोटवा के अशोक पकड़ी निवासी प्रभात कुमार ने कहा कि अभियान अच्छा लगा। गांव के भी विद्यालयों का भी जायजा लिया जाए।
- बंजरिया के पचरूखा पश्चिमी के सिकंदर यादव ने कहा कि जब छोटी सी जानकारी शिक्षकों को नहीं है तो बच्चों का क्या होगा।
- मधुबन के भगवान प्रसाद ने कहा कि इस अभियान को प्रखंड क्षेत्र में चलाया जाए। यहां की भी स्थिति खराब है।
- रक्सौल के सद्दाम अंसारी ने कहा कि ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
- मोतिहारी के शांतिपुरी निवासी रंधीर ¨सह ने कहा कि बहुत अच्छा कॉलम है। शिक्षकों का जब यह हाल है तो बच्चों का भविष्य कैसे बनेगा।
- पकड़ीदयाल के चोरमा निवासी अवनीश कुमार ने कहा कि योग्य शिक्षकों की बहाली होनी चाहिए। फर्जी शिक्षकों की बहाली होने के कारण योग्य शिक्षक सड़क पर भटक रहे है।
कैसा लगा यह कॉलम

दैनिक जागरण द्वारा शुरू किया गया यह कॉलम कैसा लगा इसपर अपनी प्रतिक्रिया मोबाइल नंबर- 9470044442 पर सुबह 8 से 9 बजे तक दे सकते हैं। धरातल स्तर पर शिक्षा की सच्चाई जानने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC

UPTET news

Blogger templates