डेहरी कार्यालय : मॉडल स्कूल डालमियानगर में शिक्षक बहाली को लेकर एक
अंगरेजी अखबार में निकाले गये विज्ञापन पर प्रबंध कमेटी में विरोध का सवर
मुखर हो गया है. कमेटी के कुछ सदस्यों ने इसे आवश्यकता से अधिक विषयों में
शिक्षकों की बहाली के लिए बिना कमेटी के सभी सदस्यों को विश्वास में लिए
कुछ सदस्यों द्वारा उठाया गया कदम बताते हुए इस का पूरजोर विरोध करने की
बात कहीं.
- सरकार कर रही है सेवा-शर्त के नाम पर नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा
- मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी और कार्यकर्ता आजकल गंजेड़ी की तरह नशा मे बात करते है
- बेसिक ग्रेड एंव स्नातक ग्रेड के अप्रशिक्षित अथवा प्रशिक्षणरत् शिक्षकों के साथ अपार धोखा है यह सेवाशर्त
- नियोजित शिक्षकों की याचिका पर हाईकोर्ट ने मांगा सरकार से जवाब
- TSUNSS : समान काम, समान वेतन एवम् नियमित शिक्षकों की भांति सेवाशर्त से कम कुछ भी मंजूर नही
- आम शिक्षकों की ओर से कुछ सवाल...........आचार्य रवि
बैठक में उस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया था कि उक्त बहाली में
कौन-कौन विषय का कितना शिक्षक बहाल किया जायेगा. अगली बैठक में उस पर
विस्तार से चर्चा होती व बच्चों व स्कूल के हित में निर्णय लिया जाता,
लेकिन उन सदस्यों को विश्वास में लिए बगैर आनन-फानन में 17 जनवरी को एक
अंगरेजी अखबार में विज्ञापन निकाल दिया गया. उधर, अभिभावक ने कहा कि वर्षों
से शिक्षकों का अभाव झेल रहे इस विद्यालय में अचानक शिक्षक बहाली का ख्याल
कमेटी के कुछ लोगों को उस समय आना जब उनका कार्यकाल मात्र कुछ माह बच गया
हो, उनके इस कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहा है.
अभिभावकों का यह भी कहना है कि शिक्षकों की बहाली का महत्वपूर्ण
निर्णय नयी कमेटी को करने पर छोड़ने की जगह आनन-फानन में शिक्षकों को बहाल
करने की प्रक्रिया अपनाने के पीछे कई प्रश्न उठ रहे हैं. चर्चा यह भी है कि
कुछ सदस्यों द्वारा अपने निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिए कमेटी के
कार्यकाल की समाप्ति से पूर्व शिक्षक बहाली का काम पूरा कर लेने की हड़बड़ी
है. 17 जनवरी को अंगरेजी अखबार में निकाले गये विज्ञापन में एकेडमिक
को-ऑर्डिनेटर का नया पद सृजित कर बहाली के नीति का भी कुछ अभिभावक विरोध
कर रहे हैं.
विज्ञापन में पीजीटी में केमेस्ट्री, इंग्लिश, कॉमर्स, बायलॉजी,
संस्कृत, फिजिक्स, कंप्यूटर, साईंस व टीजीटी में सोशल साईंस, साईंस,
इंग्लिश, फिजिकल एजुकेशन के शिक्षकों के बहाली के संबंध में आवेदन मांगे
गये है. प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मोती लाल गुप्ता का कहना है कि नियम के
अनुसार विज्ञापन निकाला गया है. आवश्यकता के अनुसार, शिक्षकों की बहाली
कमेटी के सदस्यों की राय से की जायेगी.
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