17 फरवरी से शुरू होने जा रही मैट्रिक परीक्षा को लेकर बोर्ड काफी सख्त है। कदाचारमुक्त परीक्षा के संचालन के लिए बोर्ड ने इन्विजलेटरों को कई निर्देश दिए हैं। एग्जाम के दौरान किसी भी परीक्षार्थी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। अगर किसी ने सभी सवाल के जवाब लिख भी लिए तो उसे 3 घंटे तक एग्जामिनेशन हॉल के अंदर ही इंतजार करना होगा। इसके अलावा नकल करने और करवाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
नकल करने और करवाने वाले दोनों पर होगा FIR दर्जपरीक्षा सेंटर पर नकल करने वाले परीक्षार्थी और नकल में सहायता करवाने आए अभिभावकों के साथ परीक्षा से जुड़े सभी कर्मियों पर FIR दर्ज की जाएगी। परीक्षा सेंटर के बाहर की व्यवस्था के लिए दंडाधिकारी और पुलिस बल तैनात होंगे। सेंटर के अंदर की व्यवस्था के लिए इन्विजलेटर जिम्मेदार होंगे।
वरीय शिक्षक ही बनाए जाएंगे उप केंद्राधीक्षक
अपने केंद्र के वरीय शिक्षक ही इन्विजलेटर बनाए जाएंगे। 500 परीक्षार्थी वाले सेंटर पर एक असिस्टेंट इन्विजलेटर, 1 हजार परीक्षार्थी वाले सेंटर पर 2 असिस्टेंट इन्विजलेटर और 1 हजार से अधिक परीक्षार्थियों वाले सेंटर पर 3 असिस्टेंट इन्विजलेटर की नियुक्ति की जाएगी।