पटना विश्वविद्यालय में एकबार फिर पांच साल बाद छात्रसंघ चुनाव की आस
जगी है। पटना विश्वविद्यालय में पूर्व कुलपति डा. शंभू नाथ सिंह ने 27
सालों के बाद छात्रसंघ चुनाव कराया था।
इसकी चर्चा हर जगह हुई थी।
वहीं वर्तमान कुलपति डा. रासबिहारी सिंह कई बार छात्रसंघ चुनाव कराने की बात कह चुके हैं। कुलपति नवम्बर के अंतिम सप्ताह या दिसंबर के पहले सप्ताह में चुनाव कराएंगे। ऐसी योजना तैयार की जा रही है। चुनाव 10 दिन में समाप्त करा दिया जाएगा। दिल्ली में वर्तमान में इग्नू के पदाधिकारी डा. शंभूनाथ सिंह ने कहा कि प्रो. रासबिहारी सिंह ने अच्छा फैसला लिया है। विश्वविद्यालय कैंपस में छात्रसंघ चुनाव होना ही चाहिए। छात्रों के चुनाव से माहौल बेहतर होता है। चुनाव नहीं कराए जाने से स्थिति विकट होती है। अगर चुनाव प्रत्येक साल होता रहेगा तो कोई दिक्कत नहीं होगी। शिक्षक का चुनाव होता है। कर्मियों का चुनाव होता है तो छात्रों का चुनाव भी होते रहना चाहिए।
इधर, पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह ने कहा कि पिछली बार नियमावाली से लेकर कई तरह के काम छात्रसंघ चुनाव को लेकर खुद किया था। उन्होंने कहा कि चुनाव कराऊंगा। कहा कि यह शताब्दी वर्ष है। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम सफलतापूर्वक हो गया, चुनाव भी होगा। थोड़ी नैक की तैयारी भी करनी है। इस वर्ष में चुनाव होगा तो एक ऐतिहासिक पल होगा।
इसके लिए जल्द ही शिक्षकों को बुलाकर एक बेहतर टीम तैयार की जाएगी। शिक्षकों को थोड़ा मेहनत करना होगा। छात्र संगठनों से अपील होगी कि यह शताब्दी वर्ष है। यह वर्ष विश्वविद्यालय के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसमें सहयोग करना चाहिए। ताकि विश्वविद्यालय की एक नई पहचान बनायी जा सके। कोशिश होगी कुछ दिनों के बाद छात्र संगठनों से मिलूं। इधर, छात्र संगठनों में काफी उत्साह का माहौल है। सभी संगठन कुलपति को तहे दिल से शुक्रिया दे रहे हैं। छात्र संगठन भी चाहते हैं कि एक बेहतर माहौल में चुनाव हो।
इसकी चर्चा हर जगह हुई थी।
वहीं वर्तमान कुलपति डा. रासबिहारी सिंह कई बार छात्रसंघ चुनाव कराने की बात कह चुके हैं। कुलपति नवम्बर के अंतिम सप्ताह या दिसंबर के पहले सप्ताह में चुनाव कराएंगे। ऐसी योजना तैयार की जा रही है। चुनाव 10 दिन में समाप्त करा दिया जाएगा। दिल्ली में वर्तमान में इग्नू के पदाधिकारी डा. शंभूनाथ सिंह ने कहा कि प्रो. रासबिहारी सिंह ने अच्छा फैसला लिया है। विश्वविद्यालय कैंपस में छात्रसंघ चुनाव होना ही चाहिए। छात्रों के चुनाव से माहौल बेहतर होता है। चुनाव नहीं कराए जाने से स्थिति विकट होती है। अगर चुनाव प्रत्येक साल होता रहेगा तो कोई दिक्कत नहीं होगी। शिक्षक का चुनाव होता है। कर्मियों का चुनाव होता है तो छात्रों का चुनाव भी होते रहना चाहिए।
इधर, पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रासबिहारी सिंह ने कहा कि पिछली बार नियमावाली से लेकर कई तरह के काम छात्रसंघ चुनाव को लेकर खुद किया था। उन्होंने कहा कि चुनाव कराऊंगा। कहा कि यह शताब्दी वर्ष है। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम सफलतापूर्वक हो गया, चुनाव भी होगा। थोड़ी नैक की तैयारी भी करनी है। इस वर्ष में चुनाव होगा तो एक ऐतिहासिक पल होगा।
इसके लिए जल्द ही शिक्षकों को बुलाकर एक बेहतर टीम तैयार की जाएगी। शिक्षकों को थोड़ा मेहनत करना होगा। छात्र संगठनों से अपील होगी कि यह शताब्दी वर्ष है। यह वर्ष विश्वविद्यालय के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसमें सहयोग करना चाहिए। ताकि विश्वविद्यालय की एक नई पहचान बनायी जा सके। कोशिश होगी कुछ दिनों के बाद छात्र संगठनों से मिलूं। इधर, छात्र संगठनों में काफी उत्साह का माहौल है। सभी संगठन कुलपति को तहे दिल से शुक्रिया दे रहे हैं। छात्र संगठन भी चाहते हैं कि एक बेहतर माहौल में चुनाव हो।