राज्य के मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के करीब आधे पद रिक्त रह
जाएंगे। बिहार लोक सेवा आयोग 1173 असिस्टेंट प्रोफेसरों की बहाली के लिए
साक्षात्कार ले रहा है।
करीब 500 अभ्यर्थी साक्षात्कार से वंचित रह जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए जो नियमावली बनाई है, उसके अनुसार सेवा में रहने वाले 50 वर्ष तक के चिकित्सक अभ्यर्थी ही साक्षात्कार के योग्य होंगे। इस नियमावली में वर्ष 2013 में संशोधन हुआ था। ऐसे अभ्यर्थियों का कहना है कि वर्ष 2008 में असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली के लिए जो नियमावली बनाई गई थी उसी के अनुसार साक्षात्कार लिया जाए। वर्ष 2008 की नियमावली में असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 50 वर्ष उम्र सीमा निर्धारित नहीं थी। नई नियमावली के कारण कई विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए काफी कम अभ्यर्थियों ने ही आवेदन किया है। वहीं, दूसरी ओर मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरना मुश्किल हो गया है। योग्य शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। कई फैकल्टी खाली हैं। मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 400, एसोसिएट प्रोफेसर के 300 व प्रोफेसर के 200 पद हैं। इनमें करीब 20 से 30 प्रतिशत सीटें रिक्त हैं। अभी हाल में स्वास्थ्य विभाग ने करीब 70 शिक्षकों को प्रोन्नति दी थी। पावापुरी व बेतिया कॉलेज में नहीं मिल रहे शिक्षक राजकीय मेडिकल कॉलेज बेतिया व वर्द्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज पावापुरी में शिक्षकों की भारी कमी है। दोनों मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों के कई पद रिक्त हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज पावापुरी में 21 प्रोफेसर की जरूरत है लेकिन 11 ही कार्यरत हैं। 25 एसोसिएट प्रोफेसर की जरूरत है, लेकिन 13 ही कार्यरत हैं। बेतिया मेडिकल कॉलेज में 20 प्रोफेसर की जरूरत है लेकिन सिर्फ 7 कार्यरत हैं। 27 एसोसिएट प्रोफेसर की जगह 10 हैं।मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरना सरकार की पहली प्राथमिकता है। असिस्टेंट प्रोफेसर बहाली मामले की जानकारी लेने के बाद ही टिप्पणी करूंगा। - मंगल पाण्डेय, स्वास्थ्य मंत्री
करीब 500 अभ्यर्थी साक्षात्कार से वंचित रह जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए जो नियमावली बनाई है, उसके अनुसार सेवा में रहने वाले 50 वर्ष तक के चिकित्सक अभ्यर्थी ही साक्षात्कार के योग्य होंगे। इस नियमावली में वर्ष 2013 में संशोधन हुआ था। ऐसे अभ्यर्थियों का कहना है कि वर्ष 2008 में असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली के लिए जो नियमावली बनाई गई थी उसी के अनुसार साक्षात्कार लिया जाए। वर्ष 2008 की नियमावली में असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 50 वर्ष उम्र सीमा निर्धारित नहीं थी। नई नियमावली के कारण कई विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए काफी कम अभ्यर्थियों ने ही आवेदन किया है। वहीं, दूसरी ओर मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरना मुश्किल हो गया है। योग्य शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। कई फैकल्टी खाली हैं। मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 400, एसोसिएट प्रोफेसर के 300 व प्रोफेसर के 200 पद हैं। इनमें करीब 20 से 30 प्रतिशत सीटें रिक्त हैं। अभी हाल में स्वास्थ्य विभाग ने करीब 70 शिक्षकों को प्रोन्नति दी थी। पावापुरी व बेतिया कॉलेज में नहीं मिल रहे शिक्षक राजकीय मेडिकल कॉलेज बेतिया व वर्द्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज पावापुरी में शिक्षकों की भारी कमी है। दोनों मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों के कई पद रिक्त हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज पावापुरी में 21 प्रोफेसर की जरूरत है लेकिन 11 ही कार्यरत हैं। 25 एसोसिएट प्रोफेसर की जरूरत है, लेकिन 13 ही कार्यरत हैं। बेतिया मेडिकल कॉलेज में 20 प्रोफेसर की जरूरत है लेकिन सिर्फ 7 कार्यरत हैं। 27 एसोसिएट प्रोफेसर की जगह 10 हैं।मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरना सरकार की पहली प्राथमिकता है। असिस्टेंट प्रोफेसर बहाली मामले की जानकारी लेने के बाद ही टिप्पणी करूंगा। - मंगल पाण्डेय, स्वास्थ्य मंत्री