पटना विश्वविद्यालय में शिक्षकों के प्रमोशन का पेच एक महीने बाद भी जस का
तस है। इस बीच शिक्षकों ने प्रभारी कुलपति डॉ. सुधीर कुमार श्रीवास्तव से
कई बार मुलाकात कर निर्णय लेने की मांग की, लेकिन विवि प्रशासन ने इस मामले
में कोई कार्रवाई नहीं की है।
जिन्हेंप्रमोशन मिला वे शिक्षक भी खुश नहीं : पटनाविवि के 32 शिक्षकों को कुलपति डॉ. वाईसी सिम्हाद्रि ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन प्रमोशन दिया। लेकिन इन शिक्षकों को लाभ की देय तिथि में गड़बड़ी हो गई है। ऐसे में ये शिक्षक अपने प्रोन्नति के पैटर्न को लेकर नाराज हैं। वहीं शिक्षकों की बड़ी संख्या वैसी है, जिनका प्रमोशन पीयू प्रशासन ने अबतक लंबित कर रखा है।
पटना| कॉलेजप्राचार्यों को लेकर नया विवाद सामने है कि प्राचार्य शिक्षक हैं या कर्मचारी। इस मामले में पूरे बिहार में शिक्षकों के दो गुट हो गए हैं। एक गुट प्राचार्यों का है जो खुद को शिक्षक बता रहे हैं और दूसरा गुट नियमों का हवाला देते हुए उन्हें शिक्षक मानने को तैयार नहीं है। पीयू प्रशासन ने तो इस मामले में राजभवन से दिशा-निर्देश भी मांगा है तो उधर इसी मुद्दे पर एक मामला पटना हाईकोर्ट में चल रहा है।
शिक्षामंत्रीको भ्रमित करने का आरोप
एकदिन पहले प्राचार्यों का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षामंत्री से मिलकर प्राचार्य के पद को शिक्षकेतर कर्मचारी बताने का विरोध करते हुए इसे विश्वविद्यालय अधिनियम और यूजीसी द्वारा जारी अध्यादेश की अवहेलना बताया। दूसरी ओर पटना विवि अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शिवजतन ठाकुर ने इस पूरे मामले में प्राचार्यों पर आरोप लगाया कि वे शिक्षामंत्री को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी एक्ट अमेंडमेंट में सिर्फ लेक्चरर, रीडर और प्रोफेसर पद को शिक्षकों की श्रेणी में रखा गया है।
- प्रदेश महासचिव TSS(TET शिक्षक संघ) : 27 फरवरी के आंदोलन के बाद ये तय हो चूका है कि सभी संघ एक मंच पर आकर आंदोलन की घोषणा एक साथ करें
- मुख्य विन्दु : बिहार शिक्षक नियोजन एवं सेवाशर्त नियमावली 2016
- सेवा शर्त के नाम पर िशक्षकों को ठग रही सरकार
- नियोजित शिक्षकों के लिए तैयार सेवा शर्त(लीक) की रिपोर्ट हाईकोर्ट में हो जाएगा खारिज़
- मार्च तक रिक्तियों के आधार पर बहाली शुरू करे सरकार
- बिहार के तमाम नियोजित शिक्षकों को पेंशन एवं कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ मिलने की प्रबल संभावना
- अशोक चौधरी शिक्षा मंत्री और Jyotish संवाद : थोड़ा लंबा है लेकिन पढ़िए जरूर और अपने विचार व्यक्त करें
जिन्हेंप्रमोशन मिला वे शिक्षक भी खुश नहीं : पटनाविवि के 32 शिक्षकों को कुलपति डॉ. वाईसी सिम्हाद्रि ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन प्रमोशन दिया। लेकिन इन शिक्षकों को लाभ की देय तिथि में गड़बड़ी हो गई है। ऐसे में ये शिक्षक अपने प्रोन्नति के पैटर्न को लेकर नाराज हैं। वहीं शिक्षकों की बड़ी संख्या वैसी है, जिनका प्रमोशन पीयू प्रशासन ने अबतक लंबित कर रखा है।
पटना| कॉलेजप्राचार्यों को लेकर नया विवाद सामने है कि प्राचार्य शिक्षक हैं या कर्मचारी। इस मामले में पूरे बिहार में शिक्षकों के दो गुट हो गए हैं। एक गुट प्राचार्यों का है जो खुद को शिक्षक बता रहे हैं और दूसरा गुट नियमों का हवाला देते हुए उन्हें शिक्षक मानने को तैयार नहीं है। पीयू प्रशासन ने तो इस मामले में राजभवन से दिशा-निर्देश भी मांगा है तो उधर इसी मुद्दे पर एक मामला पटना हाईकोर्ट में चल रहा है।
शिक्षामंत्रीको भ्रमित करने का आरोप
एकदिन पहले प्राचार्यों का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षामंत्री से मिलकर प्राचार्य के पद को शिक्षकेतर कर्मचारी बताने का विरोध करते हुए इसे विश्वविद्यालय अधिनियम और यूजीसी द्वारा जारी अध्यादेश की अवहेलना बताया। दूसरी ओर पटना विवि अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शिवजतन ठाकुर ने इस पूरे मामले में प्राचार्यों पर आरोप लगाया कि वे शिक्षामंत्री को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी एक्ट अमेंडमेंट में सिर्फ लेक्चरर, रीडर और प्रोफेसर पद को शिक्षकों की श्रेणी में रखा गया है।
- TSUNSS के प्रेस कांफ्रेंस की कवरेज़ मीडिया में , आंदोलन को सफल बनाने की अपील
- क्या युग आ गाया , जब सुप्रीम कोर्ट की ही कोई नही सुनता है तो नितिश सरकार हमारी क्या सुनेगी ?
- 34540 के शिक्षकों का स्थानांतरण
- प्रशासन ने मांगी मानें, टूटा आमरण अनशन
- समान काम समान वेतन के लिए शिक्षकों ने लिया आंदोलन का निर्णय
- उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री के आश्वासन के बाद प्रारंभिक शिक्षक संघ ने स्थगित किया आंदोलन
- TSUNSS के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू सिंह जी ने आज प्रदेश शिक्षामंत्री श्री अशोक चौधरी से मिलकर 'समान काम समान वेतन' सहित अन्य माँगों हेतु वार्ता की
- नियोजित शिक्षकों के लिए तैयार सेवा शर्त(लीक) की रिपोर्ट हाईकोर्ट में हो जाएगा खारिज़
- शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद धरना स्थगित